जयपुर. उत्तर प्रदेश के लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे राजस्थान के बेरोजगारों को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यूनियनबाजी छोड़ परीक्षा की तैयारी करने की नसीहत दी है ताकि उनकी नौकरी लग सके. गहलोत ने कहा कि युवाओं को विपक्ष वाले भड़का रहे हैं. जिसके चलते वे राजनीतिक दलों के कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं, जो किसी भी दृष्टि से सही नहीं है.
रविवार को प्रदेश कांग्रेस कार्यालय में पत्रकारों से मुखातिब होते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने परोक्ष रूप से उपेन यादव (CM on Upen Yadav) पर हमला बोला. लखनऊ कांग्रेस कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ पर भी उन्होंने निशाना साधा. गहलोत ने कहा कि राजस्थान में सर्वाधिक रोजगार दिया गया है. एक लाख नौकरियां तो दी जा चुकी हैं और 75 हजार नौकरियां प्रक्रियाधीन हैं. ऐसे में जो युवा यूनियनबाजी में लगे हैं वो पढ़ाई पर ध्यान दें, ताकि उनकी नौकरियां लग सकें.
उन्होंने यह भी कहा कि जो नौकरियां राजस्थान में निकली हुई हैं, अधिकतर युवा तो उसकी तैयारी में लगे हैं. लेकिन कुछ यूनियनबाजी में जुटे हैं. उनमें कुछ नेता तो ऐसे भी हैं जिनकी नौकरी लग भी जाए तो वह ज्वाइन नहीं करेंगे. क्योंकि वह नेतागिरी करके इलेक्शन में खड़ा होना चाहते हैं. चाहे बीजेपी और कांग्रेस उन्हें टिकट क्यों न दे दें. मुख्यमंत्री ने साफ तौर पर कहा कि युवाओं को ऐसे लोगों से सचेत रहना चाहिए और उनकी बातों में नहीं आना चाहिए.
भाजपा भड़का रही युवाओं को
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने यह भी कहा कि इन युवाओं को भड़काने का काम विपक्ष के रूप में भाजपा कर रही है. राजस्थान में हुए उपचुनाव में भाजपा की जो दुर्गति हुई है, उसके बाद यहां के नेता केवल इसी मिशन पर जुटे हुए हैं कि किसी न किसी तरह पद पर बने रहें. क्योंकि आलाकमान हटा देगा और इसी के चलते युवाओं को भड़काने का काम चल रहा है.
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का इशारा लखनऊ में कांग्रेस कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं राजस्थान बेरोजगार एकीकृत महासंघ अध्यक्ष उपेंद्र यादव की ओर था यादव के नेतृत्व में पिछले कुछ दिनों से यूपी में विरोध प्रदर्शन चल रहा है. महासंघ 22 सूत्री मांग पत्र को पूरा करवाने के लिए सरकार पर लगातार दबाव बना रहा है वही अब कांग्रेस इसे विपक्ष का हथकंडा बता रही है.