जयपुर. प्रदेश में मचे सियासी घमासान के बीच राजभवन और सरकार के बीच टकराव लगातार बढ़ता जा रहा है. बुधवार को एक बार फिर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय में चल रहे पीसीसी चीफ के पदभार ग्रहण समारोह के तुरंत बाद राजभवन में राज्यपाल से मुलाकात करने पहुंचे.
बताया जा रहा है हाल ही में राज्य सरकार द्वारा विधानसभा सत्र को लेकर भेजी गई पत्रावली को लगातार तीसरी बार राजभवन ने वापस लौटा दिया है. जिसके बाद मुख्यमंत्री ने राजभवन पहुंचकर राज्यपाल से मुलाकात की.
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मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और राज्यपाल कलराज मिश्र के बीच करीब 20 मिनट तक मंत्रणा चली और इस दौरान संभवता विधानसभा सत्र आहूत करने को लेकर चल रहे गतिरोध पर ही चर्चा हुई. हालांकि जिस तरह कुछ बिंदुओं का जवाब मांगते हुए राजभवन द्वारा विधानसभा सत्र आहूत करने को लेकर पत्रावली लौटाई गई, उस पर प्रदेश सरकार और मुख्यमंत्री को आपत्ति है और मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के बयानों में इसकी नाराजगी भी साफ तौर पर देखी गई है.
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इस मुलाकात के दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से जिन बिंदुओं पर राज्यपाल ने जवाब मांगा था उसको लेकर भी चर्चा की है. साथ ही इस बात को लेकर आश्वस्त किया है कि विधानसभा सत्र में कोरोना के संक्रमण को देखते हुए तमाम सावधानियों का पूरा ध्यान रखा जाएगा. हालांकि राजभवन की ओर से अब तक सत्र बुलाए जाने को लेकर सहमति नहीं दिए जाने के बाद अब माना जा रहा है राजभवन और सरकार के बीच टकराव और बढ़ेगा.