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जब से जीएसटी और नोटबंदी देश में लागू हुई, तब से देश की हालात खराब : सीएम गहलोत

जयपुर में गुरुवार को सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण हुआ. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सेंटर का लोकार्पण किया. इ्स दौरान उन्होंने कहा कि आज देश की आर्थिक व्यवस्था बहुत खराब है. नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रभाव पड़ा है.

Ashok Gehlot news, अशोक गहलोत खबर
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Published : Nov 22, 2019, 6:29 AM IST

Updated : Nov 22, 2019, 7:13 AM IST

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश की आर्थिक व्यवस्था बहुत खराब है. नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा कि इस वैश्विक मंदी के दौर में सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की है और इसे किस तरह दूर किया जाए, इसके बारे में भी सोचना होगा.

अशोक गहलोत ने सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण किया

वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण कर इसका जायजा भी लिया. वे एक-एक कक्ष में गए और अधिकारियों से उनके बारे में पूरी जानकारी ली. इस तरह के कॅरियर सेंटर के लिए गहलोत ने कहा कि आज यह नया प्रयोग देखने को मिल रहा है और हमें और ऐसे प्रयास करने की आवश्यकता भी है. आज जो देश में हालात बने हुए हैं, उसमें सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की है. इस समय देश में तीन चौथाई से ज्यादा युवा बेरोजगार हैं और रोजगार के साधन भी सीमित हैं. सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित हैं. जिसके कारण प्राइवेट सेक्टर को आगे बढ़ाकर वहां रोजगार बढ़ाने की आवश्यकता है.

पढ़ें: डिप्टी सीएम पायलट का दावा- 30 से 32 निकायों में बनेगा कांग्रेस का बोर्ड

साथ ही राजीव गांधी को याद करते हुए गहलोत ने कहा कि उनके प्रयासों से देश में कंप्यूटर आ गए, मोबाइल और इंटरनेट आ गया. जिससे रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं. देश में स्लोडाउन चल रहा है और लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है. ऐसे वक्त में सीआईआई और एनबीसी ने इस तरह का सेंटर चालू किया है इसके लिए इन्हें बधाई.

वहीं गहलोत ने कहा कि राजस्थान के युवाओं को रोजगार किस तरह से दिया जाए, इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रयत्नशील है. पिछली सरकार ने स्किल यूनिवर्सिटी खोली और आईटी हब बनाया. आईटी हब अच्छा बना है, उसका किस तरह से अच्छा उपयोग किया जाए यह हमारा प्रयास होगा.

पढ़ें: NRC को लेकर शाह के बयान पर भड़कीं विपक्षी पार्टियां

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बात का भी जिक्र किया कि उन्हें शाम को दिल्ली जाना था. लेकिन जब उन्हें पता चला कि कार्यक्रम 7 बजे का हो गया तो उन्होंने दिल्ली जाना सुबह के लिए तय किया. उन्होंने दर्शकों से कहा कि आप समझ सकते हैं कि मेरा कमिटमेंट किस प्रकार का है.

वहीं इस दौरान गहलोत ने वैश्विक मंदी का जिक्र करते हुए कहा कि आज अर्थशास्त्री इसे लेकर चिंता प्रकट कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार को इसका अहसास हो और वह कुछ ऐसे कदम उठाए कि अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके. डॉ. मनमोहन सिंह के समय भी ऐसा समय आया था, लेकिन मनमोहन सिंह ने अपने अनुभव के बलबूते पर कुछ ऐसी नीतियां बनाई ताकि इस मंदी का असर देश पर कम से कम पड़े.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कई राज्य संकट में हैं. जब से जीएसटी और नोटबंदी देश में लागू हुई है, तब से हालत खराब हो रहे हैं. राज्य को केंद्र की तरफ से मिलने वाले हिस्सों में भी कटौती की जा रही है. केंद्र का खुद का रेवेन्यू भी कम हो रहा है. राजस्थान के हिस्से में भी 8 हजार करोड़ की कटौती की गई है. केंद्र सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. यदि राज्य को उनका पूरा हिस्सा नहीं मिलेगा, तो विकास कैसे कर पाएंगे. यदि राज्य विकास नही करेंगे तो देश कैसे विकास करेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अवसर पर रोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं को ऑफर लेटर भी दिए.

जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण किया. इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश की आर्थिक व्यवस्था बहुत खराब है. नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रभाव पड़ा है. उन्होंने कहा कि इस वैश्विक मंदी के दौर में सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की है और इसे किस तरह दूर किया जाए, इसके बारे में भी सोचना होगा.

अशोक गहलोत ने सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण किया

वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण कर इसका जायजा भी लिया. वे एक-एक कक्ष में गए और अधिकारियों से उनके बारे में पूरी जानकारी ली. इस तरह के कॅरियर सेंटर के लिए गहलोत ने कहा कि आज यह नया प्रयोग देखने को मिल रहा है और हमें और ऐसे प्रयास करने की आवश्यकता भी है. आज जो देश में हालात बने हुए हैं, उसमें सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की है. इस समय देश में तीन चौथाई से ज्यादा युवा बेरोजगार हैं और रोजगार के साधन भी सीमित हैं. सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित हैं. जिसके कारण प्राइवेट सेक्टर को आगे बढ़ाकर वहां रोजगार बढ़ाने की आवश्यकता है.

पढ़ें: डिप्टी सीएम पायलट का दावा- 30 से 32 निकायों में बनेगा कांग्रेस का बोर्ड

साथ ही राजीव गांधी को याद करते हुए गहलोत ने कहा कि उनके प्रयासों से देश में कंप्यूटर आ गए, मोबाइल और इंटरनेट आ गया. जिससे रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं. देश में स्लोडाउन चल रहा है और लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है. ऐसे वक्त में सीआईआई और एनबीसी ने इस तरह का सेंटर चालू किया है इसके लिए इन्हें बधाई.

वहीं गहलोत ने कहा कि राजस्थान के युवाओं को रोजगार किस तरह से दिया जाए, इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रयत्नशील है. पिछली सरकार ने स्किल यूनिवर्सिटी खोली और आईटी हब बनाया. आईटी हब अच्छा बना है, उसका किस तरह से अच्छा उपयोग किया जाए यह हमारा प्रयास होगा.

पढ़ें: NRC को लेकर शाह के बयान पर भड़कीं विपक्षी पार्टियां

गौरतलब है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बात का भी जिक्र किया कि उन्हें शाम को दिल्ली जाना था. लेकिन जब उन्हें पता चला कि कार्यक्रम 7 बजे का हो गया तो उन्होंने दिल्ली जाना सुबह के लिए तय किया. उन्होंने दर्शकों से कहा कि आप समझ सकते हैं कि मेरा कमिटमेंट किस प्रकार का है.

वहीं इस दौरान गहलोत ने वैश्विक मंदी का जिक्र करते हुए कहा कि आज अर्थशास्त्री इसे लेकर चिंता प्रकट कर रहे हैं. हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार को इसका अहसास हो और वह कुछ ऐसे कदम उठाए कि अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके. डॉ. मनमोहन सिंह के समय भी ऐसा समय आया था, लेकिन मनमोहन सिंह ने अपने अनुभव के बलबूते पर कुछ ऐसी नीतियां बनाई ताकि इस मंदी का असर देश पर कम से कम पड़े.

मुख्यमंत्री ने कहा कि आज कई राज्य संकट में हैं. जब से जीएसटी और नोटबंदी देश में लागू हुई है, तब से हालत खराब हो रहे हैं. राज्य को केंद्र की तरफ से मिलने वाले हिस्सों में भी कटौती की जा रही है. केंद्र का खुद का रेवेन्यू भी कम हो रहा है. राजस्थान के हिस्से में भी 8 हजार करोड़ की कटौती की गई है. केंद्र सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए. यदि राज्य को उनका पूरा हिस्सा नहीं मिलेगा, तो विकास कैसे कर पाएंगे. यदि राज्य विकास नही करेंगे तो देश कैसे विकास करेगा. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अवसर पर रोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं को ऑफर लेटर भी दिए.

Intro:जयपुर। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज देश की आर्थिक व्यवस्था बहुत खराब है नोटबंदी और जीएसटी से देश की अर्थव्यवस्था पर बहुत प्रभाव पड़ा है। उन्होंने कहा कि इस वैश्विक मंदी के दौर में सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की है और इसे किस तरह दूर किया जाए इसके बारे में भी सोचना होगा।


Body:मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सीआईआई एनबीसी मॉडल करियर सेंटर का लोकार्पण कर इसका जायजा भी लिया। वे एक-एक कक्ष में गए और अधिकारियों से उनके बारे में पूरी जानकारी ली। इस तरह के कॅरियर सेंटर के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज यह नया प्रयोग देखने को मिल रहा है और हमें और ऐसे प्रयास करने की आवश्यकता भी है। आज जो देश में हालात बने हुए हैं उसमें सबसे बड़ी चुनौती रोजगार की है आज तीन चौथाई से ज्यादा युवा बेरोजगार हैं और रोजगार के साधन भी सीमित हैं सरकारी क्षेत्र में नौकरियां सीमित है और अब प्राइवेट सेक्टर को आगे बढ़ाकर वहाँ रोजगार बढ़ाने की आवश्यकता है। सभी युवाओं को रोजगार मिल सकेगा। राजीव गांधी ने ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी का नारा दिया था। देश में कंप्यूटर आ गए, मोबाइल और इंटरनेट आ गया इससे रोजगार के अवसर उपलब्ध हुए हैं। देश में स्लोडाउन चल रहा है और लोगों को नौकरी से निकाला जा रहा है ऐसे वक्त में सीआईआई और एनबीसी ने इस तरह का सेंटर चालू किया है इसके लिए इन्हें बधाई।
राजस्थान में आईआईटी, आईआईएम, ट्रिपल आईटी संस्थान आ गई गहलोत ने यहां भी पंडित नेहरू को याद करते हुए कहा कि पंडित नेहरू ने ही इस तरह का ढांचा तैयार किया था उन्होंने कारखाने, फैक्ट्री बड़े बांध बना दिए। देश के लिए एक ढांचा तैयार किया। गहलोत ने कहा कि राजस्थान के युवाओं को रोजगार किस तरह से दिया जाए इसके लिए सरकार पूरी तरह से प्रयत्नशील है। पिछली सरकार ने स्किल यूनिवर्सिटी खोली और आईटी हब बनाया। आईटी हब अच्छा बना है उसका किस तरह से अच्छा उपयोग किया जाए यह हमारा प्रयास होगा।
जिस तरह से एनबीसी इस तरह ट्रेनिंग सेंटर खोलने के लिए आगे आई है उसी तरह से अन्य संस्थाएं भी आगे आए जितनी ज्यादा जगह हम युवाओं को ट्रेनिंग दे पाएंगे उतने ही रोजगार की संभावनाएं भी बढ़ जाएगी।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस बात का भी जिक्र किया कि मुझे शाम को दिल्ली जाना था लेकिन जब मुझे पता चला कि इनका कार्यक्रम 4:00 बजे का था अब 7:00 बजे का हो गया तो मैंने दिल्ली जाना सुबह का रखा। आप समझ सकते हैं कि मेरा कमिटमेंट किस प्रकार का है।
गहलोत ने वैश्विक मंदी का जिक्र करते हुए कहा कि आज अर्थशास्त्री इसे लेकर चिंता प्रकट कर रहे है, हम चाहते हैं कि केंद्र सरकार को इसका अहसास हो और वह कुछ ऐसे कदम उठाए ताकि अर्थव्यवस्था मजबूत हो सके। डॉ मनमोहन सिंह के समय भी ऐसा समय आया था, लेकिन मनमोहन सिंह ने अपने अनुभव के बलबूते पर कुछ ऐसी नीतियां बनाई ताकि इस मंदी का असर देश पर कम से कम पड़े।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि आज कई राज्य संकट में हैं जब से जीएसटी और नोटबंदी देश में लागू हुई है तब से हालत खराब हो रहे हैं राज्य केंद्र की तरफ से राज्य को मिलने वाले हिस्सों में भी कटौती की जा रही है केंद्र का खुद का रेवेन्यू भी कम हो रहा है। राजस्थान के हिस्से में भी 8 हजार करोड़ की कटौती की गई है केंद्र सरकार को इस बारे में सोचना चाहिए यदि राज्य को उनका पूरा हिस्सा नहीं मिलेगा तो विकास कैसे कर पाएंगे। यदि राज्य विकास नही करेंगे तो देश कैसे विकास करेगा। यदि युवाओं को रोजगार नहीं मिलेगा तो देश मे।गलत संदेश जाएगा। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने इस अवसर पर रोजगार प्राप्त करने वाले युवाओं को ऑफर लेटर भी दिए। इस अवसर पर मुख्य सचिव डीबी गुप्ता, सीके बिड़ला सहित सीआई आई के पदाधिकारी और एनबीसी के अधिकारी भी मौजूद रहे।


बाईट मुख्यमंत्री अशोक गहलोत


Conclusion:
Last Updated : Nov 22, 2019, 7:13 AM IST
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