जयपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शुक्रवार को अपने 2 साल पूरे होने पर मीडिया से रूबरू हुए. इस दौरान उन्होंने एक बार फिर खरीद-फरोख्त और सरकार गिराने की साजिश में अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान और जफर इस्लाम के शामिल होने के आरोप लगाए. इसके साथ ही उन्होंने राजस्थान के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया, नेता प्रतिपक्ष गुलाब कटारिया और उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ के भी इस साजिश में शामिल होने की बात कही.
मुख्यमंत्री ने कहा कि संकट के समय जब हम मुख्यमंत्री आवास में बैठक कर रहे थे. हमारी सरकार गिराने के लिए कितनी प्लानिंग और सब हथियार भाजपा ने अपना लिया. धर्मेंद्र प्रधान हों या जफर इस्लाम, जो चाहे मध्य प्रदेश की सरकार हो या राजस्थान की सरकार हो षडयंत्र किए. जफर इस्लाम का नाम लेते हुए उन्होंने कहा कि बिहार और उत्तर प्रदेश में बीजेपी मुसलमानों को एक टिकट नहीं देती, लेकिन सरकार गिराने के लिए उन्हीं का उपयोग करती है.
सीएम गहलोत ने कहा कि पीएम मोदी अलीगढ़ नेशनल यूनिवर्सिटी में कितना प्यारा लेक्चर दे रहे थे, लेकिन उनकी कथनी और करनी में बहुत फर्क है. जो इस बात से साफ होता है कि वो मुसलमानों को एक टिकट दिखावटी भी नहीं देते हैं. उन्होंने कहा कि भाजपा डेमोक्रेसी के लिए खतरा है, लेकिन यह हरकतें देश बर्दाश्त नहीं करने वाला, क्योंकि हमारी सरकार को गिराने का जो षडयंत्र किया, उसका भी आने वाले अगले चुनाव में इस प्रदेश की जनता बदला लेगी.
पढ़ें- अजय माकन पहुंचे जयपुर...पायलट सहित कई नेताओं के नाम के लगे नारे
गहलोत ने कहा कि हमारी चुनी हुई सरकार को अमित शाह, धर्मेंद्र प्रधान, जफर इस्लाम और हमारे राजस्थान के 4 नेता जो अपने आप को केंद्र का बगुला भगत करते हैं. मेरे पास प्रूफ है कि इन्होंने हमारे नेताओं को बुलाकर बात की है. राजस्थान भाजपा के अध्यक्ष, नेता प्रतिपक्ष, उपनेता प्रतिपक्ष यह सब सरकार गिराने के गेम में शामिल थे, लेकिन लोगों की दुआओं से सरकार मजबूती से उभर कर आई है और अगले 3 साल तक ज्यादा मजबूती के साथ सरकार काम करेगी.
फॉरगिव एंड फॉरगेट
मुख्यमंत्री से जब यह पूछा गया कि इसमें क्या कांग्रेस के लोग भी शामिल थे, तो उन्होंने कहा कि जब हम जैसलमेर से होटल से निकले थे, तो अजय माकन हमारे साथ थे. दिल्ली से हमारी बात हुई, उसके बाद मैंने उसी समय कहा था कि फॉरगिव एंड फॉरगेट. यही एक लाइन में संदेश दे दिया कि भूलो और माफ करो. इससे ज्यादा अच्छी बात हो नहीं सकती. यह बात तो सबको समझने वाली बात है, जो ना समझे वह अनाड़ी है. मैंने दिल से कहा है और अगर मैंने भी कोई गलती की है, तो उसे भी भूलो और माफ करो.
वहीं सचिन पायलट को प्रदेश प्रभारी अजय माकन का कांग्रेस के लिए एसेट बताने को लेकर भी उन्होंने कहा कि अजय माकन ने गलत नहीं कहा. कांग्रेस का छोटा कार्यकर्ता कांग्रेस का छोटा असेट होता है और बड़ा कार्यकर्ता और नेता बड़ा असेट.