जयपुर. शिकायत में इस बात का जिक्र किया है कि वह जेवीवीएनएल हेल्पर के पद पर आई विज्ञप्ति 2019 की तैयारी कर रहा था और मोरीजा रोड चौमूं स्थित एक लाइब्रेरी में पढ़ने के लिए जाता था. लाइब्रेरी का संचालन करने वाले नवीन दुबे नामक व्यक्ति ने चेतन की मुलाकात बनवारी लाल और श्याम सुंदर से करवाई.
जिसके बाद दोनों व्यक्तियों ने चेतन को अपनी राजनैतिक पहुंच का हवाला देकर सभी प्रकार की सरकारी नौकरी लगवाने का काम करने की बात कही. साथ ही दोनों व्यक्तियों ने चेतन की जेवीवीएनएल हेल्पर के पद पर नौकरी लगाने की बात कहते हुए जयपुर में धर्मेंद्र कुमार मीणा नाम के एक व्यक्ति से मिलवाने की बात कही और उसे सचिन पायलट का खास आदमी बताया.
सचिन पायलट और बड़े-बड़े नेताओं के साथ अपनी फोटो दिखा फंसाया जाल में...
बनवारी लाल और श्याम सुंदर की बातों में आकर चेतन ने प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे अपने अन्य परिचितों से भी बात कर उनकी सरकारी नौकरी लगवाने के लिए दस्तावेज ले लिए. इसके बाद उसने अपने और अपने परिचितों के तमाम दस्तावेज दोनों व्यक्तियों को सौंप दिए. दस्तावेज देने के कुछ दिनों बाद दोनों व्यक्तियों ने चेतन से मिलकर कहा कि सबकी सरकारी नौकरी लग जाएगी और इसके लिए जयपुर चलकर सचिन पायलट के खास आदमी धर्मेंद्र कुमार मीणा से मुलाकात करनी होगी.
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इस पर दोनों व्यक्ति चेतन को लेकर जयपुर में धर्मेंद्र कुमार मीणा के घर पर पहुंचे, जहां पर धर्मेंद्र ने सचिन पायलट और बड़े-बड़े नेताओं के साथ अपनी फोटो दिखाई और कहा कि तुम्हारा काम हो जाएगा. इस प्रकार से अपने झांसे में लेकर चेतन को उसके अन्य परिचितों की सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर 11 लाख रुपये ठग लिए.
जब चेतन और उसके परिचितों का किसी भी परीक्षा में सेलेक्शन नहीं हुआ तो चेतन ने बनवारी लाल और श्याम सुंदर से संपर्क कर राशि वापस लौटाने को कहा, जिस पर ठगों ने चेतन को एक चेक थमा दिया और अपनी राशि कुछ दिनों बाद बैंक से लेने के लिए कहा. जब चेतन ने कुछ दिनों बाद चेक बैंक में लगाया तो बैंक वालों ने चेक काफी पुराना होने की बात कहकर उसे वापस चेतन को लौटा दिया. इसके बाद चेतन ने जब फिर से उन दोनों व्यक्तियों से संपर्क किया तो दोनों ने ही राशि लौटाने से साफ मना कर दिया. जिसके बाद चेतन ने करधनी थाने में शिकायत दर्ज करवाई.