जयपुर. केंद्र सरकार से सांसदों ने अपील की थी कि कोरोना काल में फंड नहीं होने के कारण वे अपने क्षेत्र के लोगों के लिए कुछ भी नहीं करवा पा रहे हैं. कई सांसदों ने केंद्र सरकार को पत्र लिखा था. इनमें सांसद अर्जुन लाल मीणा भी शामिल थे. राज्यसभा सांसद रामकुमार वर्मा ने भी केंद्र सरकार से सांसद निधि में आगामी फंड की राशि में से कुछ अभी जारी करने की अपील की है.
कोरोना महामारी की पहली लहर में केंद्र सरकार ने सभी सांसदों की आम सहमति से उनके वित्तीय वर्ष 2020-21 और 2021-22 का संपूर्ण फंड कोरोना की रोकथाम और आपदा के लिए एडवांस में समर्पित किया था. यानी मौजूदा सांसदों के पास पिछले वित्तीय वर्ष और इस वित्तीय वर्ष का कोई फण्ड सांसद निधि में नहीं था. ऐसी स्थिति में जब उनके क्षेत्र के विधायक अपने विधायक निधि का इस्तेमाल कोरोना आपदा के दौरान लोगों की मदद के लिए कर रहे थे तब ये सांसद चाह कर भी अपने फंड का इस्तेमाल नहीं कर पा रहे थे, क्योंकि यह फण्ड पहले ही समर्पित किया जा चुका था.
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अब जारी हुआ फंड, लेकिन है पुराना
वर्तमान में ढाई-ढाई करोड़ रुपए का जो फंड सांसदों को रिलीज किया गया है वो फंड साल 2019-20 की दूसरी किस्त में जारी होने वाला सांसद निधि का फंड है. यह ढाई करोड़ रुपए का फंड उन्ही सांसदों को जारी किया गया है जिन्होंने साल 2019-20 में पहली किस्त में मिले ढाई करोड़ के फंड का पूरा इस्तेमाल किया और उसका यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट भी जमा करवा दिया.
यह सर्टिफिकेट जारी होने के बाद ही दूसरी किस्त जारी होती है. हालांकि जब यह दूसरी किस्त जारी होनी थी तब कोरोना के संक्रमण ने देश को अपनी जद में ले लिया उसके बाद 2 साल का सांसद निधि फंड इसमें समर्पित भी हो गया. अब जब यह फंड जारी हुआ है तो उन सांसदों ने राहत की सांस ली है. जयपुर शहर सांसद रामचरण बोहरा का कहना है जो फंड उपलब्ध हुआ है उसे इस महामारी के दौर में आमजन को राहत पहुंचाने के लिए खर्च किया जाएगा और इसमें भी क्षेत्र के विधायक और संगठन से बात करके ही आवश्यक कार्यों में ही इसे खर्च किया जाएगा.
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राज्यसभा सांसदों को नहीं हुआ जारी
राजस्थान में 25 लोकसभा सांसद और 10 राज्यसभा सांसद हैं. ढाई-ढाई करोड़ रुपए का फंड 14 लोकसभा सांसदों को जारी हुआ है. मतलब 11 लोकसभा सांसद ऐसे हैं जिन्हें यह फंड जारी नहीं हुआ. इनमें से कुछ सांसदों का साल 2019-20 से जुड़े कार्यों का यूटिलाइजेशन सर्टिफिकेट जमा नहीं हो पाया. तो कुछ ने यह राशि रिलीज करवा ली थी और उसका उपयोग भी कर लिया.
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वहीं राज्यसभा से जुड़े कुछ सांसद चाहते हैं कि साल 2023-24 के उनके सांसद निधि कोष में से कुछ राशि वर्तमान में उन्हें अलॉटमेंट करा दी जाए. जिससे वह भी इसका उपयोग अपने क्षेत्र और लोगों को राहत देने के लिए कर सकें. भाजपा राज्यसभा सांसद रामकुमार वर्मा ने इसके लिए केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल गजेंद्र सिंह शेखावत से भी आग्रह किया है.
इन सांसदों को मिला ढाई-ढाई करोड़ का फंड
राजस्थान के 13 भाजपा सांसदों और 1 आरएलपी सांसद को फंड मिला है. इनमें गंगानगर से निहालचंद मेघवाल, बीकानेर से सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, जयपुर शहर से रामचरण बोहरा, अलवर से बालक नाथ, भरतपुर से रंजीता कोली, करौली-धौलपुर से मनोज राजोरिया, दौसा से जसकौर मीणा, अजमेर से भागीरथ चौधरी, जोधपुर से भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, उदयपुर से अर्जुन लाल मीणा, बांसवाड़ा से कनक मल कटारा, बारां-झालावाड़ से दुष्यंत सिंह और नागौर से आरएलपी पार्टी के सांसद हनुमान बेनीवाल के नाम शामिल हैं.