जयपुर. बाड़ी में डिस्कॉम के एईएन हर्षाधिपति के साथ हुई मारपीट मामले (AEN assault case in Dholpur) में बिजली कर्मचारियों का चला लंबा आंदोलन भले ही विधायक गिर्राज मलिंगा के पुलिस के सामने आत्मसमर्पण के बाद खत्म हो गया हो, लेकिन हाल ही में आए मलिंगा के बयान से फिर बिजली कर्मचारी और अधिकारियों में नाराजगी है. यही कारण है कि बिजली कर्मचारी और अधिकारी संघर्ष समिति ने मारपीट के मामले की सीबीआई से जांच करवाने की मांग की है.
राजस्थान विद्युत कर्मचारी अभियंता व अधिकारी संघर्ष समिति के प्रवक्ता जेपी शर्मा ने हाल ही 5 जून को विधायक गिर्राज मलिंगा ने स्टेट हैंगर के बाहर प्रेस से बात करते हुए बाड़ी में सहायक अभियंता पर हुए हमले में अभियंता को आई चोट और पुलिस अधिकारियों पर लगाए आरोप के बयान पर आपत्ति जताई है. समिति पदाधिकारियों का आरोप है कि विधायक मलिंगा इस प्रकार के बयानों के जरिए पुलिस पर भी दबाव बना रहे हैं. जिससे पुलिस उचित और निष्पक्ष कार्रवाई ना कर सके. जबकि सहायक अभियंता द्वारा मलिंगा की जमानत खारिज करने पर निष्पक्ष कार्रवाई के लिए न्यायालय में प्रार्थना प्रस्तुत की गई है. संघर्ष समिति पदाधिकारियों ने कहा कि इन परिस्थितियों में स्थानीय दबाव में आकर निष्पक्ष कार्रवाई होने की उम्मीद कम है. ऐसे में संयुक्त मोर्चा चाहता है कि इस प्रकरण की जांच सीबीआई से करवाई जाए.