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Special : लॉकडाउन में महिलाओं को प्रताड़ित करने के मामलों में बढ़ोतरी, 4 गुना तक बढ़ी शिकायतें

कोरोना की दूसरी लहर को देखते हुए राजस्थान सरकार के लॉकडाउन लगाने के बाद राजधानी जयपुर में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों में काफी बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. आम दिनों की अपेक्षा लॉकडाउन में महिला उत्पीड़न से संबंधित प्रकरणों में 4 गुना तक इजाफा देखने को मिला है. देखिये जयपुर से ये रिपोर्ट...

women harassment increased in lockdown
लॉकडाइन में बढ़ता महिला अपराध
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Published : May 19, 2021, 9:58 AM IST

जयपुर. राजधानी जयपुर के पुलिस कंट्रोल रूम में महिलाओं से संबंधित शिकायतों को सुनने के लिए चलाई जा रही महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090 पर महिलाओं द्वारा आम दिनों की तुलना में लॉकडाउन के दौरान अधिक शिकायतें दर्ज करवाई जा रही हैं. यदि मार्च 2020 और मार्च 2021 में महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090 पर प्राप्त हुई शिकायतों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 मार्च में 4 गुना अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं.

लॉकडाउन में महिलाओं को प्रताड़ित करने के मामलों में बढ़ोतरी...

लॉकडाउन से पहले प्रतिमाह औसत 400 शिकायतें और लॉकडाउन में पहुंची 3,000 के पार...

डीसीपी हेडक्वार्टर डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि लॉकडाउन से पहले जयपुर पुलिस को महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090 पर महिला उत्पीड़न से संबंधित औसत 400 शिकायतें प्रतिमाह प्राप्त होती थीं और जैसे ही लॉकडाउन शुरू हुआ वैसे ही महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों में इजाफा होने लगा. यदि वर्ष 2020 के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च में महिला उत्पीड़न से संबंधित 380 शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई थीं. वहीं, लॉकडाउन लगने के बाद अप्रैल में पुलिस को 3,237 शिकायतें महिला उत्पीड़न से संबंधित प्राप्त हुई. इसी प्रकार से वर्ष 2021 में फरवरी माह में पुलिस को महिला उत्पीड़न से संबंधित 812 शिकायतें प्राप्त हुई और कोरोना कि दूसरी लहर को देखते हुए सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों के बाद मार्च 2021 में महिला उत्पीड़न से संबंधित 1,208 शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई.

पढ़ें : SPECIAL : मजदूर वर्ग का पलायन और निर्माण सामग्री के बढ़ते दाम कंस्ट्रक्शन सेक्टर के लिए बनी चुनौती

इस तरह की प्राप्त हो रही शिकायतें...

अमृता दुहन ने आगे बताया कि वर्ष 2020 में महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतें जुलाई और अगस्त में पीक पर रही. जुलाई माह में 13,319 और अगस्त माह में 15,893 शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई. उसके बाद जैसे ही राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार होने लगा और सरकार द्वारा पाबंदियों में छूट दी गई, उसके बाद फिर से महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों में कमी दर्ज की गई. वहीं, लॉकडाउन के दौरान महिलाओं की जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उनमें अधिकतर शिकायतें अननोन नंबर से लोगों द्वारा फोन कर उन्हें परेशान करने और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर उन्हें अप्रोच कर परेशान करने से संबंधित हैं. इसके साथ ही मुख्य रूप से घर पर पति द्वारा या सास-ससुर द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानों के खुलने पर भी महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं.

women harassment increased in lockdown
महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार की शिकायतें...

मानसिक तनाव के चलते बढ़ रही महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतें...

अमृता दुहन के अनुसार लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने घर पर हैं और ऐसे में उनका डेली रूटीन काफी प्रभावित हुआ है. जिसके चलते लोग काफी ज्यादा मानसिक तनाव में हैं और इसी के चलते महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों में इजाफा देखने को मिल रहा है. इस बारे में समाज और सोसाइटी को काफी गंभीरता के साथ सोचना चाहिए और इसके साथ ही अपना तनाव कम करने के लिए या गुस्सा शांत करने के लिए महिलाओं पर उत्पीड़न करना बंद करना चाहिए.

वर्ष 2020 में जनवरी से दिसंबर माह तक प्राप्त शिकायतों का ब्यौरा :

women harassment increased in lockdown
2020 के आंकड़...

वर्ष 2021 में जनवरी से अप्रैल माह तक प्राप्त शिकायतों का ब्यौरा :

women harassment increased in lockdown
2021 के आंकड़े...

जयपुर. राजधानी जयपुर के पुलिस कंट्रोल रूम में महिलाओं से संबंधित शिकायतों को सुनने के लिए चलाई जा रही महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090 पर महिलाओं द्वारा आम दिनों की तुलना में लॉकडाउन के दौरान अधिक शिकायतें दर्ज करवाई जा रही हैं. यदि मार्च 2020 और मार्च 2021 में महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090 पर प्राप्त हुई शिकायतों का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो वर्ष 2020 की तुलना में वर्ष 2021 मार्च में 4 गुना अधिक शिकायतें प्राप्त हुई हैं.

लॉकडाउन में महिलाओं को प्रताड़ित करने के मामलों में बढ़ोतरी...

लॉकडाउन से पहले प्रतिमाह औसत 400 शिकायतें और लॉकडाउन में पहुंची 3,000 के पार...

डीसीपी हेडक्वार्टर डॉ. अमृता दुहन ने बताया कि लॉकडाउन से पहले जयपुर पुलिस को महिला गरिमा हेल्पलाइन 1090 पर महिला उत्पीड़न से संबंधित औसत 400 शिकायतें प्रतिमाह प्राप्त होती थीं और जैसे ही लॉकडाउन शुरू हुआ वैसे ही महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों में इजाफा होने लगा. यदि वर्ष 2020 के आंकड़ों पर नजर डालें तो मार्च में महिला उत्पीड़न से संबंधित 380 शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई थीं. वहीं, लॉकडाउन लगने के बाद अप्रैल में पुलिस को 3,237 शिकायतें महिला उत्पीड़न से संबंधित प्राप्त हुई. इसी प्रकार से वर्ष 2021 में फरवरी माह में पुलिस को महिला उत्पीड़न से संबंधित 812 शिकायतें प्राप्त हुई और कोरोना कि दूसरी लहर को देखते हुए सरकार द्वारा लगाई गई पाबंदियों के बाद मार्च 2021 में महिला उत्पीड़न से संबंधित 1,208 शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई.

पढ़ें : SPECIAL : मजदूर वर्ग का पलायन और निर्माण सामग्री के बढ़ते दाम कंस्ट्रक्शन सेक्टर के लिए बनी चुनौती

इस तरह की प्राप्त हो रही शिकायतें...

अमृता दुहन ने आगे बताया कि वर्ष 2020 में महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतें जुलाई और अगस्त में पीक पर रही. जुलाई माह में 13,319 और अगस्त माह में 15,893 शिकायतें पुलिस को प्राप्त हुई. उसके बाद जैसे ही राज्य में कोरोना संक्रमण की स्थिति में सुधार होने लगा और सरकार द्वारा पाबंदियों में छूट दी गई, उसके बाद फिर से महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतों में कमी दर्ज की गई. वहीं, लॉकडाउन के दौरान महिलाओं की जो शिकायतें प्राप्त हो रही हैं, उनमें अधिकतर शिकायतें अननोन नंबर से लोगों द्वारा फोन कर उन्हें परेशान करने और सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म पर उन्हें अप्रोच कर परेशान करने से संबंधित हैं. इसके साथ ही मुख्य रूप से घर पर पति द्वारा या सास-ससुर द्वारा प्रताड़ित करने की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं. इसके साथ ही लॉकडाउन के दौरान शराब की दुकानों के खुलने पर भी महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार की शिकायतें प्राप्त हो रही हैं.

women harassment increased in lockdown
महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और दुर्व्यवहार की शिकायतें...

मानसिक तनाव के चलते बढ़ रही महिला उत्पीड़न से संबंधित शिकायतें...

अमृता दुहन के अनुसार लॉकडाउन के कारण सभी लोग अपने घर पर हैं और ऐसे में उनका डेली रूटीन काफी प्रभावित हुआ है. जिसके चलते लोग काफी ज्यादा मानसिक तनाव में हैं और इसी के चलते महिलाओं पर होने वाले अत्याचारों में इजाफा देखने को मिल रहा है. इस बारे में समाज और सोसाइटी को काफी गंभीरता के साथ सोचना चाहिए और इसके साथ ही अपना तनाव कम करने के लिए या गुस्सा शांत करने के लिए महिलाओं पर उत्पीड़न करना बंद करना चाहिए.

वर्ष 2020 में जनवरी से दिसंबर माह तक प्राप्त शिकायतों का ब्यौरा :

women harassment increased in lockdown
2020 के आंकड़...

वर्ष 2021 में जनवरी से अप्रैल माह तक प्राप्त शिकायतों का ब्यौरा :

women harassment increased in lockdown
2021 के आंकड़े...
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