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SMS अस्पताल में नहीं है पुख्ता फायर फाइटिंग सिस्टम

राजधानी के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल स्थित लाइफ-लाइन में शुक्रवार को आग लग गई. यह काफी पुराना अस्पताल है और यहां अग्निशमन के लिए पर्याप्त संसाधन उपलब्ध नहीं है.

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Published : May 10, 2019, 4:03 PM IST

SMS अस्पताल हादसा, आगजनी से बचने के लिए नहीं है उपयुक्त संसाधन.

जयपुर. राजधानी के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल स्थित लाइफ लाइन सेक्शन में शार्ट सर्किट से आग लग गई. इस अस्पताल में अग्निशमन लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है. ईटीवी भारत भी इसे लेकर खबर प्रकाशित चुकी है कि एसएमएस अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन अस्पताल प्रशासन नहीं जागा. अगर फायर फाइटिंग सिस्टम अस्पताल में मौजूद होता तो आग को रोका जा सकता था. दरअसल अस्पताल में जो मुख्य वार्ड है वह पुरानी बिल्डिंग में स्थित है और अगर कोई आग लगने की घटना होती है तो आग बुझाने का कोई संसाधन नहीं है.

SMS अस्पताल में नहीं है पुख्ता फायर फायटिंग सिस्टम
इमारत पुरानी हैअस्पताल की बिल्डिंग काफी पुरानी है, ऐसे में अगर किसी हिस्से में आग लगती है तो वहां तक दमकल का पहुंचना काफी मुश्किल होता है. इसके अलावा अस्पताल में फायर एग्जिट भी नहीं है और अगर ऐसे में कोई भयानक हादसा होता है तो मरीजों को बाहर निकालना मुश्किल होगा. इस मामले में कई बार अस्पताल प्रशासन को अवगत भी कराया गया लेकिन अस्पताल प्रशासन ने सुध नहीं ली.

अस्पताल के मुख्य विभाग में लगी आग
सवाई मानसिंह अस्पताल के विभागों की बात करें तो आंकोलॉजी ऑर्थो, नेफ्रोलॉजी, इमरजेंसी समेत अन्य बड़े विभाग अस्पताल की पुरानी इमारत में स्थित है. जहां इस तरह की आपदा से मुकाबला के लिए कोई संसाधन नहीं है. अगर आग इन विभागों या वार्ड्स तक पहुंच जाए तो हालात और बिगड़ सकते हैं. अस्पताल प्रशासन बेहतर चिकित्सा देने की बात करता है लेकिन मरीजों की सुरक्षा राम भरोसे है.

जयपुर. राजधानी के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल स्थित लाइफ लाइन सेक्शन में शार्ट सर्किट से आग लग गई. इस अस्पताल में अग्निशमन लिए पर्याप्त संसाधन नहीं है. ईटीवी भारत भी इसे लेकर खबर प्रकाशित चुकी है कि एसएमएस अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है. लेकिन अस्पताल प्रशासन नहीं जागा. अगर फायर फाइटिंग सिस्टम अस्पताल में मौजूद होता तो आग को रोका जा सकता था. दरअसल अस्पताल में जो मुख्य वार्ड है वह पुरानी बिल्डिंग में स्थित है और अगर कोई आग लगने की घटना होती है तो आग बुझाने का कोई संसाधन नहीं है.

SMS अस्पताल में नहीं है पुख्ता फायर फायटिंग सिस्टम
इमारत पुरानी हैअस्पताल की बिल्डिंग काफी पुरानी है, ऐसे में अगर किसी हिस्से में आग लगती है तो वहां तक दमकल का पहुंचना काफी मुश्किल होता है. इसके अलावा अस्पताल में फायर एग्जिट भी नहीं है और अगर ऐसे में कोई भयानक हादसा होता है तो मरीजों को बाहर निकालना मुश्किल होगा. इस मामले में कई बार अस्पताल प्रशासन को अवगत भी कराया गया लेकिन अस्पताल प्रशासन ने सुध नहीं ली.

अस्पताल के मुख्य विभाग में लगी आग
सवाई मानसिंह अस्पताल के विभागों की बात करें तो आंकोलॉजी ऑर्थो, नेफ्रोलॉजी, इमरजेंसी समेत अन्य बड़े विभाग अस्पताल की पुरानी इमारत में स्थित है. जहां इस तरह की आपदा से मुकाबला के लिए कोई संसाधन नहीं है. अगर आग इन विभागों या वार्ड्स तक पहुंच जाए तो हालात और बिगड़ सकते हैं. अस्पताल प्रशासन बेहतर चिकित्सा देने की बात करता है लेकिन मरीजों की सुरक्षा राम भरोसे है.

Intro:फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं होने के कारण हुआ हादसा

राजधानी जयपुर के सबसे बड़े सवाई मानसिंह अस्पताल में स्थित लाइफ लाइन में आगजनी की घटना हुई अस्पताल की बात की जाए तो यह काफी पुराना अस्पताल है और आगजनी से बचने के लिए कोई उपयुक्त संसाधन नहीं है


Body:ईटीवी भारत ने कई बार बताया था कि एसएमएस अस्पताल में फायर फाइटिंग सिस्टम नहीं होने के कारण कभी भी बड़ा हादसा हो सकता है और शायद अस्पताल प्रशासन भी इसी का इंतजार कर रहा था क्योंकि अगर फायर फाइटिंग सिस्टम अस्पताल में मौजूद होता तो आग को रोका जा सकता था। दरअसल अस्पताल में जो मुख्य वार्ड है वह अभी भी उसकी पुरानी बिल्डिंग में स्थित है और अगर कोई बड़ी आगजनी की घटना होती है तो आग बुझाने के कोई संसाधन नहीं है

बिल्डिंग है पुरानी

अस्पताल की बिल्डिंग काफी पुरानी है तो ऐसे में अगर किसी हिस्से में आग लगती है तो वहां तक दमकल का पहुंचना काफी मुश्किल होता है इसके अलावा अस्पताल में फायर एग्जिट भी नहीं है और अगर ऐसे में कोई भयानक आगजनी होती है तो अंदर स्थित है मरीजों को बाहर निकालना काफी मुश्किल होगा इस मामले में कई बार अस्पताल प्रशासन को अवगत भी कराया गया लेकिन अस्पताल प्रशासन उस दिन का इंतजार कर रहा है जब कोई बड़ा हादसा आग के चलते अस्पताल में हो

जहां आग लगी है वहां अस्पताल के मुख्य विभाग

सवाई मानसिंह अस्पताल के विभागों की बात करें तो ऑंकोलॉजी ऑर्थो, नेफ्रोलॉजी ,इमरजेंसी समेत अन्य बड़े विभाग अस्पताल के पुरानी इमारत में स्थित है जहां इस तरह की आपदा से निपटने की कोई संसाधन नहीं है अगर आग इन विभागों या वार्ड्स तक पहुंच जाए तो हालात बिगड़ सकते हैं अस्पताल प्रशासन बेहतर चिकित्सा देने की बात करता है लेकिन मरीजों की सुरक्षा राम भरोसे है

वॉक थ्रू
नोट-वॉक थ्रू लाइव व्यू से भेजा गया है जिसका स्लग एसएमएस आग है


Conclusion:
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