जयपुर. सचिवालय में तैनात पुलिसकर्मियों की ओर से सचिवालय के एक अनुभाग अधिकारी और दो कम्प्यूटर ऑपरेटर के साथ मारपीट मामले के तूल पकड़ने के बाद हरकत में आई सरकार ने दो पुलिसकर्मियों को सस्पेंड कर दिया. साथ ही सात पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया. पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई के बाद कर्मचारियों ने अपना आंदोलन वापस ले लिया.
इससे पहले सोमवार को दिनभर पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग को लेकर कर्मचारी नेताओं की अगुवाई में सचिवालय परिसर में धरने-प्रदर्शन होते रहे. इस दौरान कर्मचारियों ने पुलिसकर्मियों के खिलाफ जमकर नारेबाजी भी की. मौके की नजाकत को देखते हुए पुलिस के आलाधिकारी भी मौके पर पहुंचे, लेकिन कर्मचारियों ने उनकी एक नहीं सुनी और मारपीट के आरोपी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग पर अड़े रहे.कई बार बैठकों का दौर भी चला, लेकिन बातचीत बेनतीजा रही. जिसके बाद कर्मचारी संगठनों ने मुख्य सचिव निरंजन आर्य को ज्ञापन भी दिया. आनन-फानन में सोमवार देर रात पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई. इस मामले में सोमवार को सचिवालय के सभी कर्मचारी एकजुट होकर सचिव निरंजन आर्य से मिलने पहुंचे. कर्मचारियों ने मुख्य सचिव को मामले से अवगत कराया है. कर्मचारियों ने कहा कि SO सुरक्षा मनीष पारीक और दो कंप्यूटर ऑपरेटरों के साथ में मारपीट की गई है. पुलिसकर्मियों ने कर्मचारियों के साथ मारपीट की और बाद में पुलिस थाने में उठाकर ले गए.
आरोप लगाया कि एसीपी संजीव कुमार ने भी SO सुरक्षा मनीष पारीक और कर्मचारियों के साथ अभद्रता की. कर्मचारियों ने इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है. कर्मचारियों ने कहा कि दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित किया जाना चाहिए. वहीं, सीएस ने इस मामले में कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है.
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बता दें कि 24 दिसंबर की रात्रि करीब 11 बजे अनुभागाधिकारी मनीष पारीक अपनी टीम के साथ सचिवालय में सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे. इस दौरान सीएमओ के पास प्वॉइंट पर वह सुरक्षा व्यवस्था का जायजा ले रहे थे. तभी वहां मौजूद पुलिसकर्मियों की ओर से उनके साथ अभद्रता की गई. इसके बाद मामला गरमा गया, जिसके बाद पुलिस कर्मियों की ओर से सचिवालय कर्मचारियों से मारपीट करने के आरोप लगे हैं.