ETV Bharat / city

प्रदेश के 70 नेताओं का प्रचार भी नहीं जीता सका दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशियों को, आकांक्षा ओला तो जमानत भी नहीं बचा सकीं

author img

By

Published : Feb 11, 2020, 9:18 PM IST

दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रदेश के मुख्यमंत्री और उपमुख्यमंत्री समेत 70 नेताओं ने प्रचार-प्रसार किया था. लेकिन इसके बाद भी कांग्रेस के प्रत्याशियों को हारने से नहीं बचा पाए. वहीं, राजस्थान के सह प्रभारी रहे देवेंद्र यादव तीसरे स्थान पर रहे तो ओला परिवार की बहू आकांक्षा ओला तो अपनी जमानत भी नहीं बचा सकीं.

दिल्ली विधानसभा चुनाव परिणाम ,Rajasthan Congress News
प्रदेश के 70 नेताओं का प्रचार भी नहीं जीता सका दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशियों को

जयपुर. दिल्ली चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और कांग्रेस अब यह कहती नजर आ रही है कि वह दिल्ली के चुनाव में कभी जीत के दावेदार नहीं थे. वे केवल कार्यकर्ताओं के कहने पर ही दिल्ली में चुनाव लड़े थे और वहां प्रचार-प्रसार किया था. लेकिन हकीकत यह है कि राजस्थान के नेताओं ने भी दिल्ली के चुनाव में जमकर प्रचार किया था.

प्रदेश के 70 नेताओं का प्रचार भी नहीं जीता सका दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशियों को

राजस्थान के नेताओं में चाहे वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, दोनों नेताओं ने राजस्थान के 70 मंत्रियों, विधायकों और नेताओं के साथ मिलकर दिल्ली में प्रचार-प्रसार किया था. लेकिन राजस्थान के नेताओं का क्रेज दिल्ली में नहीं चल सका. हर सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशियों को हार मिली है.

पढ़ें- झुंझुनूः दिल्ली विधानसभा चुनाव में हारीं आकांक्षा ओला, मिले केवल 4085 मत

वहीं, सबसे ज्यादा प्रचार-प्रसार राजस्थान के नेताओं ने दिल्ली विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के लिए किया था, जो राजस्थान विधानसभा चुनाव में सह-प्रभारी की भूमिका में थे. लेकिन राजस्थान के नेता देवेंद्र यादव के लिए कुछ खास नहीं कर सके. देवेंद्र यादव के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजस्थान कांग्रेस के मंत्री, विधायक और नेता सभी ने देवेंद्र यादव के लिए प्रचार किया था, लेकिन नतीजों पर इसका असर नहीं दिखाई दिया और देवेंद्र यादव तीसरे स्थान पर रहे.

राजस्थान से दिल्ली गए हर नेता ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार किया था, तो वहीं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दिल्ली विधानसभा के साथ ही कस्तूरबा नगर, सदर बाजार विधानसभा और मॉडल टाउन विधानसभा में प्रचार किया था लेकिन सभी जगह कांग्रेस प्रत्याशियों की हार हुई है. बता दें कि मॉडल टाउन से कांग्रेस के दिग्गज किसान नेता रहे शीशराम ओला की पौत्रवधू आकांक्षा ओला तो अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी हैं.

जयपुर. दिल्ली चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और कांग्रेस अब यह कहती नजर आ रही है कि वह दिल्ली के चुनाव में कभी जीत के दावेदार नहीं थे. वे केवल कार्यकर्ताओं के कहने पर ही दिल्ली में चुनाव लड़े थे और वहां प्रचार-प्रसार किया था. लेकिन हकीकत यह है कि राजस्थान के नेताओं ने भी दिल्ली के चुनाव में जमकर प्रचार किया था.

प्रदेश के 70 नेताओं का प्रचार भी नहीं जीता सका दिल्ली में कांग्रेस प्रत्याशियों को

राजस्थान के नेताओं में चाहे वे मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, दोनों नेताओं ने राजस्थान के 70 मंत्रियों, विधायकों और नेताओं के साथ मिलकर दिल्ली में प्रचार-प्रसार किया था. लेकिन राजस्थान के नेताओं का क्रेज दिल्ली में नहीं चल सका. हर सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशियों को हार मिली है.

पढ़ें- झुंझुनूः दिल्ली विधानसभा चुनाव में हारीं आकांक्षा ओला, मिले केवल 4085 मत

वहीं, सबसे ज्यादा प्रचार-प्रसार राजस्थान के नेताओं ने दिल्ली विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के लिए किया था, जो राजस्थान विधानसभा चुनाव में सह-प्रभारी की भूमिका में थे. लेकिन राजस्थान के नेता देवेंद्र यादव के लिए कुछ खास नहीं कर सके. देवेंद्र यादव के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट, राजस्थान कांग्रेस के मंत्री, विधायक और नेता सभी ने देवेंद्र यादव के लिए प्रचार किया था, लेकिन नतीजों पर इसका असर नहीं दिखाई दिया और देवेंद्र यादव तीसरे स्थान पर रहे.

राजस्थान से दिल्ली गए हर नेता ने दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार किया था, तो वहीं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने दिल्ली विधानसभा के साथ ही कस्तूरबा नगर, सदर बाजार विधानसभा और मॉडल टाउन विधानसभा में प्रचार किया था लेकिन सभी जगह कांग्रेस प्रत्याशियों की हार हुई है. बता दें कि मॉडल टाउन से कांग्रेस के दिग्गज किसान नेता रहे शीशराम ओला की पौत्रवधू आकांक्षा ओला तो अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी हैं.

Intro:नोट- इस खबर में दिल्ली में प्रचार करते राजस्थान के नेताओं के शॉट व्हाट्सएप नंबर पर व्हाट्सएप किए गए हैं कृपया बीईओ में उन्हें इस्तेमाल करे
मुख्यमंत्री उपमुख्यमंत्री समेत राजस्थान के 70 नेता भी नहीं बचा सके अपने प्रचार के बाद कांग्रेस के प्रत्याशी को हारने से राजस्थान के सह प्रभारी रहे देवेंद्र यादव आए तीसरे स्थान पर तोला परिवार की बहू नहीं बचा सकी जमानत भी


Body:दिल्ली चुनाव के नतीजे आ चुके हैं और चाहे कांग्रेस अब यह भले ही कहती नजर आ रही हो कि वह दिल्ली के चुनाव में कभी जीत के दावेदार नहीं थे केवल कार्यकर्ताओं के कहने पर ही उन्होंने दिल्ली में चुनाव लड़ा था और वहां प्रचार किया था लेकिन हकीकत यह है कि राजस्थान के नेताओं ने जमकर दिल्ली के चुनाव में प्रचार किया था चाय मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट दोनों नेताओं ने राजस्थान के 70 मंत्रियों विधायकों और नेताओं के साथ मिलकर दिल्ली में प्रचार किया था लेकिन राजस्थान के नेताओं का क्रेज दिल्ली में नहीं चल सका हर सीट पर कांग्रेस के प्रत्याशियों को हार मिली है सबसे ज्यादा प्रचार राजस्थान के नेताओं ने बदली विधानसभा के कांग्रेस प्रत्याशी देवेंद्र यादव के लिए किया था जो राजस्थान विधानसभा चुनाव में 6 फरवरी की भूमिका में थे लेकिन राजस्थान के नेता देवेंद्र यादव के लिए वह कुछ खास नहीं कर सके देवेंद्र यादव के लिए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत हो या उप मुख्यमंत्री और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष सचिन पायलट हो या फिर राजस्थान कांग्रेस के मंत्री विधायक नेता सभी ने देवेंद्र यादव के लिए प्रचार किया था लेकिन नतीजों पर इसका असर नहीं दिखाई दिया और देवेंद्र यादव तीसरे स्थान पर रहे राजस्थान से दिल्ली गए हर नेता ने वर्ली विधानसभा में प्रचार किया था तो वहीं उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने बदली विधानसभा के साथ ही कस्तूरबा नगर सदर बाजार विधानसभा और मॉडल टाउन विधानसभा में प्रचार किया था लेकिन सभी जगह कांग्रेस प्रत्याशियों की हार हुई है वही आपको बता दें कि मॉडल टाउन से कांग्रेस के दिग्गज किसान नेता रहे शीशराम ओला की पौत्र वधु आकांक्षा बोला तो अपनी जमानत भी नहीं बचा सकी हैं
बाइट शांति धारीवाल संसदीय कार्य मंत्री राजस्थान
महेश जोशी मुख्य सचेतक राजस्थान विधानसभा
महेंद्र चौधरी उप मुख्य सचेतक राजस्थान विधानसभा


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.