नारायणपुर (छत्तीसगढ़): अमदई घाटी कैंप में एक जवान ने साथी जवानों पर ताबड़तोड़ गोलियां दाग दी, जिससे दो जवानों की मौत हो गई और एक जवान गंभीर रुप से घायल हो गया. बताया जा रहा है कि नारायणपुर अमदई घाटी कैंप में जवानों के बीच झड़प हुई. इस आपसी विवाद में एक प्लाटून कमांडर और हवलदार की मौत हो गई, एक प्लाटून कमांडर घायल है जिसे इलाज के लिए रायपुर भेजा गया है.
मामला CAF 9 वीं बटालियन का है,बीती रात किसी बात को लेकर जवानों के बीच विवाद हो गया. विवाद इतना बढ़ा की एक जवान ने अपनी सर्विस रायफल से साथी जवानों पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. गोली लगने से मौके पर ही 2 जवानों ने दम तोड़ दिया. जबकि 1 जवान बुरी तरह से घायल हो गया है. जवान को बेहतर उपचार के लिए रायपुर रेफर किया गया है. बस्तर आईजी सुंदरराज पी ने घटना की की पुष्टि की है.अमदई घाटी छोटेडोंगर थाना क्षेत्र में आता है.
छत्तीसगढ़ में जवानों के इस तरह कैंप में ही फायरिंग के और भी मामले सामने आ चुके हैं.
- फरवरी 2020 बीजापुर के फरसेगढ़ के CAF कैम्प में एक जवान ने अपने 2 साथियों पर गोली चला दी. घटना के बाद जवान ने खुद को भी गोली मार ली थी. इस घटना में एक जवान की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया था.
- दिसंबर 2019 में दंतेवाड़ा में इस तरह का एक मामला सामने आया था. CRPF के एक जवान ने छुट्टी से कैंप लौटने के दौरान बस में ही अपने साथी पर राइफल से फायरिंग कर दी थी. घटना में जवान की मौके पर ही मौत हो गई थी. वहीं फायरिंग करने वाले जवान ने खुद को गोली मार ली थी.
- दिसंबर 2019 में ही दंतेवाड़ा से एक और घटना सामने आई थी, जहां नारायणपुर जिले के ITBP कैंप में एक जवान ने अंधाधुन फायरिंग कर खुद को गोली मार ली थी. इस घटना में कुल 6 जवानों को मौत हो गई थी.
- साल 2017 के दिसंबर में CRPF के एक जवान ने अपने ही साथियों पर फायरिंग कर मौत की नींद सुला दी थी. इस मामले में आपसी लड़ाई में जवान संतराम ने फायरिंग की थी, जिसमें कुल 4 जवानों की मौत हो गई थी.