जयपुर. मंडावा और खींवसर विधानसभा सीटों का सियासी भविष्य सोमवार शाम तक ईवीएम मशीनों में बंद हो जाएगा. इन दोनों ही सीटों पर हो रहे उप चुनाव दोनों ही प्रमुख सियासी दल भाजपा और कांग्रेस के लिए प्रतिष्ठा का सवाल है. हालांकि, भाजपा ने खींवसर में अपने सहयोगी दल आरएलपी के प्रत्याशी नारायण बेनीवाल को समर्थन दिया है.
वहीं बात करें मंडावा सीट की तो हाल ही में भाजपा ज्वाइन करने वाली पूर्व कांग्रेसी सुशीला सिंगड़ा को बीजेपी ने अपना प्रत्याशी बनाकर चुनाव मैदान में उतारा है. सुशीला सिंगड़ा का मुकाबला कांग्रेस की रीटा चौधरी और नारायण बेनीवाल का मुकाबला कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा से है. बता दें कि मंडावा सीट पूर्व में भाजपा के कब्जे में थी तो वहीं खींवसर सीट पर आरएलपी के हनुमान बेनीवाल के कब्जे में थीं.
इस उप चुनाव के नतीजे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के लिए भी काफी खास रहेंगे. क्योंकि, पार्टी प्रदेश अध्यक्ष पद पर पूनिया की ताजपोशी के बाद दो उप चुनाव पहले बड़े चुनाव हैं, जो निकाय चुनाव से ठीक पहले हो रहे हैं. बता दें कि यह चुनाव दोनों ही दलों के लिए सेमीफाइनल की तरह माने जा रहे हैं.
चुनाव प्रचार में झोंक दी थी दोनों दलों ने जान
इन दोनों ही उप चुनाव वाली सीटों पर पिछले 2 सप्ताह से दोनों ही दलों के नेता-डोर-टू डोर कैंपेन करते देखे गए थे. जिसमें कांग्रेस के हरेंद्र मिर्धा के लिए प्रदेश सरकार में मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास, भंवर सिंह भाटी और बीडी कल्ला सहित कई विधायकों ने कैंपेनिंग की थी.
बता दें कि खुद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट भी मिर्धा के नामांकन के दौरान वहां पहुंचे थे. वहीं भाजपा के भी पूर्व मंत्रियों और पार्टी नेताओं ने अपनी पूरी ताकत खींवसर और मंडावा सीटों पर झोंक दी थी. हालांकि, पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे इन दोनों ही सीटों पर प्रचार के दौरान कहीं भी नजर नहीं आई.
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- मतदाता जो तय करेंगे सियासी भविष्य
- मंडावा विधानसभा सीट पर कुल 2,27,414 वोटर हैं.
- इनमें से 1,17,742 पुरुष और 1,09,672 महिला मतदाता हैं.
- खींवसर में कुल 2,50,155 मतदाता हैं.
- इनमें से 1,30,908 पुरुष और 1,19,247 महिला मतदाता हैं.