जयपुर. राजस्थान में अलवर के राजगढ़ में मंदिर तोड़े जाने पर भाजपा जहां कांग्रेस सरकार पर मंदिर तोड़ने का आरोप लगा रही है, उसमें अब नया मोड़ आ गया है. इस मामले में कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने सामने आकर (Politics on Rajgarh Temple Demolition Case) कहा है कि यह मंदिर तोड़ने का काम भाजपा के नगर परिषद अध्यक्ष सतीश दुहारिया ने 8 सितंबर 2021 में बोर्ड मीटिंग में किया है. इसे तोड़ने का प्रयास भाजपा की पूर्ववर्ती वसुंधरा सरकार के समय भी किया गया था.
डोटासरा ने कहा कि इस मामले में भाजपा और आरएसएस के लोग गलत प्रचार कर रहे हैं. वहां नगर पालिका में बोर्ड भाजपा का है. 8 सितंबर 2021 को बोर्ड की बैठक हुई, जिसमें अतिक्रमण हटाने का प्रस्ताव पारित हुआ. डोटासरा ने कहा कि कांग्रेस मूर्तियों के साथ (Govind Dotasra Alleged BJP) छेड़छाड़ करती है, यह बात बिल्कुल गलत है. कांग्रेस को बदनाम करने का हमेशा भाजपा का एजेंडा रहा है, जबकि पूर्ववर्ती भाजपा सरकार के समय भी जयपुर में मंदिर हटाए गए थे. भाजपा और आरएसएस धार्मिक उन्माद फैलाकर वोट बटोरने की कुचेष्टा हमेशा करते हैं. डोटासरा ने कहा कि भाजपा का वहां सर्वसम्मति से बोर्ड है और मंदिर तोड़ने के लिए पूरी तरह भाजपा जिम्मेदार है.
हम कभी धार्मिक आस्था के साथ छेड़छाड़ नहीं करते : पीसीसी चीफ ने कहा कि भाजपा और आरएसेस वाले भाई से भाई को लड़ाकर राजनीतिक रोटियां सेंकना चाहते हैं. इनकी कथनी और करनी में अंतर है. ये हमेशा बनावटी बात करते हैं. राजगढ़ की घटना की जिम्मेदारी (Bulldozer on 3 temples in Rajgarh of Alwar) भाजपा को लेनी चाहिए और माफी मांगनी चाहिए. डोटासरा ने कहा कि जैसे-जैसे चुनाव आएंगे, ये इसी तरह का माहौल बनाएंगे.
डोटासरा ने कहा कि मंदिर हटाने का फैसला (Master Plan Bulldozer in Rajasthan) पूरी तरह नगर पालिका बोर्ड ने लिया और सरकार ने त्वरित एक्शन लिया है. प्राइवेट मंदिर को विधिवत तरह से हटाई गई है, लेकिन दूसरे मंदिर में गर्भगृह सुरक्षित है. मूर्तियों को फिर से स्थापित करवाया जाएगा और किसी भी हालत में प्रदेश में धार्मिक उन्माद नहीं फैलाने दिया जाएग.