जयपुर. मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का दूसरा बजट 1 फरवरी को पेश होने वाला है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण सुबह 11 बजे इस साल का बजट पेश करेंगी. केंद्र सरकार से सभी को उम्मीद है कि इस बार बजट लोकलुभावन होगा. ऐसे में हर वर्ग को बजट से काफी उम्मीदे हैं.
चूकिं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण खुद एक महिला हैं, इसलिए देश की महिला वर्ग को उनसे ज्यादा उम्मीदें हैं. महिलाएं चाहती हैं कि किचन का सामान सस्ता हो जाए, ताकि घर का आर्थिक बजट ना बिगड़े. इस दौरान महिलाओं ने सुरक्षा व्यवस्था, घरेलू उत्पादों में महंगाई, सिलेंडर के दामों में बढ़ोतरी, कॉस्मेटिक सामानों की बढ़ती दरों, नौकरी पेशा महिलाओं को सुविधा सहित कई मुद्दों पर चर्चा की. महिलाओं ने कहा कि टैक्स स्लैब में महिलाओं को छूट मिलनी चाहिए ताकि वे अपने घर और बाहर दोनो को मैनेज कर सकें.
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उन्होंने कहा कि दूध, घी, दालें, सब्जियों के दामों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है. इस पर भी सरकार को ध्यान देना चाहिए और ऐसा बजट पेश करना चाहिए जो आम आदमी के हित में हो. महिलाओं ने कहा कि बजट में कुछ ऐसे प्रावधान हो ताकि किराना सस्ता हो और घरेलू महिलाओं की बचत भी बढ़ सके. महिलाओं ने खुद की सुरक्षा के साथ-साथ निर्भया के दोषियों को फांसी दी जाने की बात रखी. इसके अलावा महिला सुरक्षा, सशक्तिकरण और शिक्षा पर गंभीरता से ध्यान दिए जाने की उम्मीद कर रही है. इसके अलावा इस वर्ग को टैक्स स्लैब, म्युचुअल फंड्स, बीमा और लोन की ब्याज में छूट की उम्मीद है.
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दरअसल, बीते कुछ महीनों में महंगाई अपने चरम पर है. आंकड़ों के मुताबिक दिसंबर 2019 में खुदरा महंगाई दर बढ़कर 7.35 फीसदी हो गई. जबकि नवंबर में खुदरा महंगाई 5.54 फीसदी थी. जुलाई 2016 के बाद दिसंबर 2019 ऐसा पहला महीना है. जब महंगाई दर रिजर्व बैंक की सुविधाजनक सीमा को पार कर गया है. इस वजह से सब्जियों से लेकर रोजमर्रा की चीजें तक महंगी हो गई. महिलाओं के लिए घर के बजट को काबू में रख पाना मुश्किल होता जा रहा है.