जयपुर. शिक्षक भर्ती के प्रथम लेवल से बीएड अभ्यर्थियों को बाहर करने की मांग लगातार बढ़ती जा रही है. बीसएसटीसीधारी अभ्यर्थियों ने गुरुवार को कॉलेजों में संपर्क कर समर्थन जुटाया है. मामले को लेकर हाईकोर्ट में 22 नवंबर को सुनवाई होगी. ऐसे में अभ्यर्थियों ने 21 नवंबर से महापड़ाव डालने को लेकर कमर कस ली है.
बीएसटीसी संघर्ष समिति (BSTC Sangharsh Samiti) के अध्यक्ष महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि गुरुवार को जयपुर के रावत महिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान, हीरापुरा सुंदर टीटी कॉलेज, महापुरा, संस्कृत शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान, महापुरा, अलंकार महिला शिक्षण प्रशिक्षण संस्थान, सिरसी में संपर्क कर बीएसटीसी को बचाने के लिए अभ्यर्थियों से आगे आने का आह्वान किया है. उन्होंने बताया कि एनसीटीई (National Council for Teacher Education) की ओर से लेवल वन में बीएड डिग्रीधारियों को शामिल करने की व्यवस्था की गई है. इससे बीएसटीसीधारी अभ्यर्थियों में रोष है.
उन्होंने कहा कि यह व्यवस्था बीएसटीसी को खत्म कर देगी. इस मामले में 22 नवंबर को राजस्थान हाईकोर्ट (Rajasthan High Court) में फैसला होना है. राजस्थान सरकार (Government of Rajasthan) से मांग है कि सरकार बीएसटीसी के पक्ष में न्यायालय में मजबूत पैरवी करे. महेंद्र कुमार शर्मा ने बताया कि सरकार इस मुद्दे को लेकर गंभीर नहीं है.
न्यायालय में मजबूत पैरवी और आंदोलनकारियों पर झूठे मुकदमें वापस लेने की मांग को लेकर 21 नवंबर को जयपुर के शहीद स्मारक पर महापड़ाव डाला जाएगा. जिसमें प्रदेशभर से बीएसटीसीधारी अभ्यर्थी पहुंचेंगे. इसी को लेकर बीएसटीसी के प्रशिक्षणार्थियों से संपर्क किया जा रहा है.