जयपुर. बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने के मामले में गुरुवार को स्पीकर की ओर से बहस पूरी कर ली गई है. वहीं, कांग्रेस में शामिल हुए राजेंद्र गुढ़ा सहित अन्य विधायकों की ओर से 14 अगस्त को बहस की जाएगी. अदालती समय पूरा होने के कारण न्यायाधीश महेंद्र गोयल ने बसपा और मदन दिलावर की याचिकाओं पर सुनवाई शुक्रवार सुबह रखी है.
सुनवाई के दौरान स्पीकर की ओर से अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने कहा कि मर्जर का आदेश स्पीकर का प्रशासनिक आदेश होता है. उस आदेश पर शिकायत होने पर ही स्पीकर मामले को देखते हैं. स्पीकर की ओर से मेरिट पर फैसला लेने से पहले हाईकोर्ट को उस पर सुनवाई का क्षेत्राधिकार नहीं है. सिब्बल ने कहा कि बसपा ने स्पीकर के समक्ष कोई शिकायत पेश नहीं की है.
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वहीं, विधायक मदन दिलावर की ओर से पेश शिकायत को मेरिट के बजाय तकनीकी आधार पर खारिज किया गया था. ऐसे में स्पीकर के आदेश का हाईकोर्ट ज्यूडिशल रिव्यू नहीं कर सकता. इसके अलावा बसपा से कांग्रेस में शामिल विधायकों को अभी तक कांग्रेस विधायक दल में ही शामिल किया गया है. उन्हें कांग्रेस पार्टी की प्राथमिक सदस्यता नहीं दी गई है. वहीं, स्पीकर ने विजय सिंह नाम के व्यक्ति की ओर से पेश दलबदल की शिकायत पर सभी 6 विधायकों को नोटिस जारी कर 14 अगस्त तक लिखित टिप्पणी देने को कहा है.
विधायक लाखन सिंह की ओर से अधिवक्ता राजीव धवन ने कहा कि स्पीकर के समक्ष विधायकों की ओर से दलबदल की अर्जी देते समय स्पीकर को संविधान की दसवीं अनुसूची को देखने की जरूरत नहीं होती है. दूसरी ओर से राजेन्द्र गुढ़ा की ओर से बहस शुरू करते ही अदालती समय समाप्त हो गया. इस पर अदालत ने मामले की सुनवाई 14 अगस्त को रखी है.
कोर्ट ने ली चुटकी
ऑनलाइन सुनवाई के दौरान अधिवक्ता राजीव धवन बार-बार स्क्रीन से बाहर हो रहे थे. इस पर अदालत ने चुटकी लेते हुए कहा कि क्या वे जानबूझकर तो स्क्रीन से बाहर नहीं हो रहे हैं. इस पर धवन ने कहा कि वे कानून की पुस्तकें देख रहे हैं. गौरतलब है कि मंगलवार को हुई सुनवाई का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है, जिसमें अधिवक्ता धवन चोरी-छिपे हुक्का पीते नजर आ रहे हैं.