जयपुर. केंद्रीय कृषि बिलों पर उठे सियासी बवाल के बीच आए एनडीए के सहयोगी दल आरएलपी संयोजक हनुमान बेनीवाल के बयान पर अब सियासत गरमा गई है. बेनीवाल ने केंद्र सरकार को कृषि बिल वापस नहीं लिए जाने पर समर्थन वापस लेने की चेतावनी दी तो जवाब में भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि बेनीवाल सिद्धांतों की नहीं बल्कि यथार्थ की राजनीति करते हैं लेकिन समय और परिस्थितियों के साथ अपना चरित्र बदलना ठीक नहीं रहता.
जयपुर में पत्रकारों से बातचीत के दौरान रामलाल शर्मा ने कहा कि बीजेपी अपने गठबंधन का धर्म हमेशा से निभाती आई है और हनुमान बेनीवाल को भी यह धर्म निभाना चाहिए. शर्मा के अनुसार जब लोकसभा में इन कृषि बिलों पर बहस हो रही थी तब उसका समर्थन करना और बाहर आकर अपने सियासी हित में उसका विरोध करना बिल्कुल उचित नहीं है.
पढ़ेंः कृषि कानून के खिलाफ NSUI का हल्ला बोल
रामलाल शर्मा ने कहा कि यह तो ठीक उसी तरह हो गया जब कोई परिवार में नई नवेली बहू आती है और दूसरे ही दिन लोग यह कहना शुरू कर दें यह तो काम नहीं करेगी, यह तो खराब है. कम से कम जो केंद्रीय कृषि बिल लाए हैं उसे धरातल पर तो आने दीजिए, यदि उसमें कोई कमी है तब इसकी जानकारी भी सामने आ जाएगी, लेकिन कृषि बिलों को धरातल पर आने से पहले ही उसका विरोध करना ठीक नहीं है.
पढ़ेंः जरूरत पड़ी तो दो लाख किसान दिल्ली के लिए कूच करेंगे: हनुमान बेनीवाल
गौरतलब है कि हनुमान बेनीवाल ने हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर यह चेतावनी दी थी कि केंद्रीय कृषि बिल वापस ले वरना राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी एनडीए को अपना समर्थन देने पर पुनर्विचार करेगी. साथ ही हनुमान बेनीवाल ने केंद्रीय कृषि बिल के खिलाफ अजमेर में भी बयान दिया था और साथ ही दिल्ली कूच करने तक की चेतावनी दे डाली थी. यही कारण रहा कि भाजपा के प्रवक्ता ने भी बेनीवाल के उस बयान पर अपनी प्रतिक्रिया दी है.