जयपुर. प्रदेश में चल रही सियासी उठापटक के बीच कांग्रेस ने जहां अपने और समर्थक विधायकों की बाड़ेबंदी की हुई है, तो वहीं बागी विधायक मानेसर में अपना डेरा डाले हुए हैं. भाजपा ने एक बार फिर बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में गए विधायकों के विलय पर सवाल उठाए हैं. पार्टी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस संबंध में हमने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका भी लगाई, जो अब तक पेंडिंग ही है.
सतीश पूनिया के अनुसार अब एक बार फिर विधानसभा अध्यक्ष से उस पेंडिंग याचिका पर सुनवाई कर निर्णय करने की मांग की जाएगी. प्रदेश भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से रूबरू हुए पूनिया ने कहा कि संविधान में दिए गए नियमों के अनुसार किसी भी पार्टी का विलय दो तिहाई सदस्यों की रजामंदी के साथ ही किसी अन्य पार्टी में हो सकता है.
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पूनिया ने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर बहुजन समाज पार्टी का विलय कांग्रेस में नहीं हुआ है, लिहाजा राजस्थान में जो 6 विधायक कांग्रेस में खुद को विलय करके कांग्रेस के विधायक बताते हैं, वो गलत है. उन्होंने बताया कि इसी विलय को असंवैधानिक बताते हुए हमने विधानसभा अध्यक्ष के समक्ष याचिका लगाई थी, लेकिन अब तक कोई सुनवाई नहीं की गई है. जबकि खुद बीएसपी प्रमुख मायावती प्रेस कॉन्फ्रेंस के जरिए इस विलय को गलत बता चुकी है.