जयपुर. कांग्रेस विधायक और यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश घोघरा के इस्तीफे पर भाजपा ने गहलोत सरकार पर कटाक्ष किया है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया और उप नेता राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि कांग्रेस डूबता जहाज है, जिसमें से कई लोग कूद-कूद कर धीरे-धीरे किनारा कर रहे हैं. ऐसे में गणेश घोघरा बधाई के पात्र हैं जिन्होंने सबसे पहले इस जहां से कूदने का साहस दिखाया.
प्रदेश भाजपा मुख्यालय में बुधवार को पत्रकारों से रूबरू होते हुए गुलाबचंद कटारिया ने कहा (Gulab Chand Kataria on Ganesh Ghogra resignation) कि मैं बहुत पहले से कह रहा था कि प्रदेश की सरकार लड़खड़ा रही है और इनके नेताओं में आपस में अंतरद्वंद है. कटारिया ने कहा मुख्यमंत्री ने कई विधायकों की कोहनी में गुड लगाकर मैनेज किया, लेकिन गणेश घोघरा ने जो बात कहकर अपना इस्तीफा भेजा वह वास्तव में उनकी पीड़ा थी. कटारिया के अनुसार एक जनप्रतिनिधि की बात को नहीं सुना जाए, तो निश्चित रूप से यह माना जा सकता है कि प्रशासनिक लवाजमा चरमरा गया है.
पढ़ें: कांग्रेस विधायक गणेश घोघरा ने की इस्तीफे की घोषणा...सीएम को भेजा पत्र...प्रशासन पर लगाए गंभीर आरोप
राठौड़ ने दी घोघरा को सलाह: प्रतिपक्ष उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने भी इस मामले में बयान जारी कर और ट्वीट कर प्रदेश सरकार पर तंज कसा (Rajendra Rathore on Ganesh Ghogra resignation) है. राठौड़ ने कहा कि अंतर्कलह से जूझ रही कांग्रेस सरकार का जहाज अब डूबने की ओर है. कई लोग इससे किनारा करने लगे हैं. राठौड़ ने गणेश घोघरा को सुझाव दिया कि वो राजस्थान विधानसभा की प्रक्रिया और कार्य संचालन संबंधी नियम 173 के तहत अपना त्यागपत्र विधानसभा अध्यक्ष को भेजें ताकि जल्द ही इस जनविरोधी सरकार से मुक्ति पा सकें. राठौड़ ने कहा कि उदयपुर में संपन्न कांग्रेस के चिंतन शिविर के बाद सुनील जाखड़, हार्दिक पटेल और गणेश घोघरा ने काफी चिंतन करके कांग्रेस पार्टी को छोड़ा है. उम्मीद है कि आदिवासियों का अपनी प्रतिज्ञा पर अटल रहने का जो चरित्र है, उस पर गणेश घोघरा जरूर कायम रहेंगे.