जयपुर. गहलोत मंत्रिमंडल पुनर्गठन (Rajasthan Cabinet Reorganization) के बाद मंत्रियों में विभागों का बंटवारा भी कर दिया गया है. लेकिन गृह विभाग मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (CM Ashok Gehlot) ने अपने पास रखा है. अब भाजपा का आरोप है कि मुख्यमंत्री ने अपनी और सत्ता को बचाए रखने के लिए गृह विभाग की जिम्मेदारी किसी अन्य मंत्री को नहीं सौंपा.
भाजपा प्रदेश प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने मंगलवार को यह बड़ा बयान दिया. शर्मा ने कहा कि मुख्यमंत्री भले ही 123 विधायकों के समर्थन का दावा करते हों, लेकिन इनमें से एक भी विधायक विश्वसनीय नहीं हैं और काबिल भी नहीं हैं. यही कारण है कि गृह विभाग (Home Department) मुख्यमंत्री ने किसी अन्य मंत्री को नहीं सौंपा.
रामलाल शर्मा यह भी कहते हैं कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत (Ashok Gehlot ) को इस बात का भी डर है कि यदि गृह विभाग किसी अन्य विधायक या मंत्री के पास चला गया तो हो सकता है कि विधायक उनके कहने में न रहे. शर्मा ने कहा कि मंत्रिमंडल विस्तार (Cabinet Expansion in Rajasthan) से पहले भाजपा कई बार यह मांग उठा चुकी है कि राजस्थान में अपराध (Crime in Rajasthan) पहले स्थान पर पहुंच चुका है और हर प्रकार के मामलों में राजस्थान की स्थिति बेहद खराब है.
भाजपा विधायक रामलाल शर्मा (Ramlal Sharma) ने कहा कि अपराध बढ़ने के बाद भी गृह विभाग मुख्यमंत्री ने अपने पास ही रखा क्योंकि उन्हें इस बात की जानकारी है यदि उनकी सरकार (Congress Government) या सत्ता पर कोई आंच जाए तो यही गृह विभाग उनकी सरकार और सत्ता बचाने के काम आएगा.