जयपुर. राजस्थान विधानसभा में राजस्थान स्टाम्प संशोधन विधेयक और मदरसा बोर्ड विधेयक को लेकर सियासत गरम है. इन दोनों ही संशोधन विधेयक के जरिए किए गए प्रावधानों को लेकर भाजपा विधायक और पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने सवाल खड़े किए हैं. साथ ही प्रदेश सरकार पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया है. शर्मा का कहना है कि तुष्टीकरण की सोच बहुसंख्यक समाज का अपमान है.
जयपुर में पत्रकारों से रूबरू हुए रामलाल शर्मा ने कहा कि विधानसभा के भीतर जब यह विधेयक सरकार ने बिना चर्चा के पारित कर दिए, उस पर भी भाजपा को आपत्ति थी. शर्मा ने कहा कि इन मदरसों में समाज को तोड़ने वाले काम नहीं होना चाहिए और सभी के विकास के लिए होने वाले कामों में किसी को एतराज नहीं होना चाहिए.
'सरकार वोट बैंक को ध्यान में रखकर काम कर रही है'
रामलाल शर्मा ने गहलोत सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार सिर्फ वोट बैंक को ध्यान में रखकर ही काम कर रही है. सांप्रदायिक सोच के साथ किए गए काम से किसी को फायदा नहीं होगा. उन्होंने कहा कि जब राजस्थान स्टाम्प संशोधन विधेयक लाया गया, तब सरकार ने गौशालाओं को मिलने वाला अधिभार का उपयोग भी प्राकृतिक आपदा और कोविड-19 आदि में खर्च करने का संशोधन पारित कर लिया.
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भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि सरकार की ओर से किस काम में कितना खर्चा किया जाएगा, यह सब कुछ साफ करना चाहिए था. वहीं, इस दौरान रामलाल शर्मा ने अपने बयान में मदरसों में संचालित गतिविधियों को लेकर भी सवाल खड़े किए.