जयपुर. प्रदेश के स्वास्थ्य महकमे के मुख्यालय यानी स्वास्थ्य भवन में एक साथ कोरोना के 30 मामले सामने आने के बाद सियासत गरम है. भाजपा इस मामले में प्रदेश सरकार को घेरते हुए सरकार के स्तर पर कोरोना को लेकर की जा रही सैंपलिंग और स्क्रीनिंग पर सवाल उठाए हैं.
भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने कहा कि इस पूरे घटनाक्रम के बाद अब लगने लगा है कि डॉक्टर ही संक्रमित हो गए तो जनता का बचाव कैसे होगा. उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य भवन में एक साथ इतने कोरोना पॉजिटिव आने इस बात का भी संकेत है कि प्रदेश में कोरोना के बचाव को लेकर किए जा रहे काम महज दिखावटी है. उन्होंने कहा कि यदि वास्तविकता में काम हो रहे होते तो स्वास्थ्य महकमे के यह हालात ना होते.
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इस दौरान पूनिया ने चुटकी लेते हुए यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने तो अपने मंत्री और विधायकों को जैसलमेर के होटल में कैद कर रखा है, जैसे बाहर निकलने पर उनको कोरोना वायरस हो जाएगा. साथ ही उन्होंने कहा कि जो बाहर मौजूद हैं उनके कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए कोई काम नहीं हो रहा है. इस दौरान सतीश पूनिया से प्रदेश सरकार से कोरोना संक्रमण से बचाव के कार्यों में तेजी लाने और इस दिशा में समुचित कार्रवाई होने की मांग भी की.
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गौरतलब है कि राजस्थान में कोरोना संक्रमण मरीजों की देखभाल करने में लगे स्वास्थय भवन के ही करीब 25 से ज्यादा अधिकारियों और कर्मचारियों के पॉजिटिव आने से हड़कंप मच गया है. बता दें कि 2 दिनों में स्वास्थय भवन में 30 अधिकारियों और कर्मचारियों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है, जिसके बाद कर्मचारियों में भी भय का माहौल है.