जयपुर. प्रदेश में एक बार फिर गुर्जर आरक्षण आंदोलन की सुगबुगाहट तेज हो गई है. बयाना अड्डा गांव में शनिवार को गुर्जर समाज की महापंचायत चल रही है. वहीं दूसरी ओर आरक्षण मामले को लेकर सियासत में बयानबाजी का दौर भी तेज हो गया है. कांग्रेस ने जहां बीजेपी के ऊपर अपने सांसदों द्वारा केंद्र सरकार पर दबाव बनाने का बयान दिया तो पलटवार में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया उतर आए.
सतीश पूनिया ने कहा कि गुर्जर आरक्षण के इस मसले को कांग्रेस सरकार ने उलझाने का काम किया है. सरकार हमेशा समाज को आश्वासन देती रही, जिसके चलते शनिवार को गुर्जर समाज फिर से सड़कों पर है. आंदोलन की राह पर जाने को मजबूर होना पड़ रहा है. सरकार बीजेपी पर हमला बोल आरोप लगाकर अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. सरकार को चाहिए कि जिम्मेदारी से भागने की बजाय जिम्मेदारी को ले और उचित समाधान करके प्रदेश की कानून व्यवस्था को बनाए रखे.
बता दें कि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति आज एक बार फिर महापंचायत कर रही है और माना जा रहा है कि महापंचायत के बाद गुर्जर समाज सड़कों पर और रेलवे ट्रैक पर बैठ सकते हैं. हालांकि सरकार ने गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति की मांगों को पूरा करने के लिए मंत्रिमंडल सब कमेटी बनाई थी.
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मंत्रिमंडल सब कमेटी दो बार सचिवालय में बैठक कर चुकी है. हालांकि गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति ने सरकार से वार्ता करने के लिए पहले ही इंकार कर दिया था. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के संयोजक कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला पहले ही साफ कर चुके हैं कि अब सरकार से वह वार्ता नहीं करेंगे, बल्कि छात्रों की नियुक्ति पत्र लेंगे. गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के तीखे तेवर की वजह से ही माना जा रहा है कि गुर्जर समाज एक बार फिर महापंचायत में आंदोलन शुरू करने की घोषणा कर सकता है.