जयपुर. मकर संक्रांति पर्व पर आम के साथ खास भी पतंगबाजी का लुत्फ लेने में पीछे नहीं हैं. बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया ने भी अपने परिवार के साथ घर की छत पर पहुंचकर जमकर पतंगबाजी की और खुले आसमान में बुलंदियों तक पतंगी पहुंचाई.
'पतंग तो कटेंगे, लेकिन निकाय चुनाव में टिकट जुड़ेंगे और कटेंगे'
सतीश पूनिया ने कहा कि अभी तो पतंग उड़ा रहे हैं, कईयों के पेज भी काटेंगे, लेकिन टाइम निकाय चुनाव का चल रहा है. ऐसे में इन्हें निकाय चुनाव में फिलहाल तो कुछ के टिकट जोड़ने हैं, तो कुछ के कटेंगे. पूनिया के अनुसार अब बीजेपी की नीतियां और विचार आमजन के विचार बन गए हैं और मुझे लगता है कि बीजेपी और भी ऊंचाइयों तक जाएगी, जिस तरह पतंग जा रही है.
प्रदेश अध्यक्ष के नाते 200 विधानसभा मेरा परिवार
डॉ. सतीश पूनिया भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष होने के साथ ही आमेर विधानसभा क्षेत्र से विधायक भी हैं. पूनिया ने कहा कि प्रदेश अध्यक्ष के नाते सभी 200 विधानसभा क्षेत्र और वहां पर रहने वाले भाजपा के तमाम कार्यकर्ता भी मेरा परिवार हैं और सियासत में सब को साथ में लेकर चलना ही मेरा ध्येय है. कांग्रेस के 'किसान अधिकार दिवस' पर पूनिया ने कहा कांग्रेस की ओर से किसानों की बात ढोंग और पाखंड है.
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बता दें, कांग्रेस देश के सभी राज्यों में 15 जनवरी को कैंडी क्रश कानून के खिलाफ राजभवन का घेराव करेगी, राजस्थान में भी घेराव होगा, क्योंकि कांग्रेस 15 जनवरी का दिन किसान अधिकार दिवस के रूप में मना रही है. लेकिन भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉक्टर सतीश पूनिया के अनुसार कांग्रेस किसानों के नाम पर केवल पाखंड करती है.
ईटीवी भारत से खास बातचीत के दौरान सतीश पूनिया ने कहा कि 50 साल तक जिसने देश पर राज किया, लेकिन किसानों के हित और कल्याण के लिए कांग्रेस ने कुछ नहीं किया, वही अटल बिहारी वाजपेई सरकार में किसान क्रेडिट कार्ड के रूप में सबसे पहले किसान कल्याण की बात की शुरुआत हुई और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों के कल्याण के लिए लगातार काम कर रहे हैं. पूनिया ने कहा कि हम बात तो संविधान की करते हैं, लेकिन राजभवन का घेराव करके कांग्रेस संविधान के नियम और शपथ को ही तोड़ रही है. सतीश पूनिया के अनुसार कांग्रेस को देश की जनता, नौजवान, किसानों ने नकार दिया है, जिसके कारण कांग्रेस चिंतित है.
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पतंगबाजी के दौरान सतीश पूनिया की धर्मपत्नी और उनके बच्चे भी मौजूद रहे. पूनिया की धर्मपत्नी ने कहा कि राजनीतिक दंगल हो या पतंगबाजी का दंगल पूनिया पूरी मेहनत करते हैं और इसमें सफलता भी उन्हें मिलेगी. हालांकि जब उनकी धर्मपत्नी से पूछा गया कि पार्टी में बड़ा दायित्व होने के कारण वे अपने परिवार में पूरा समय क्या दे पाते हैं. तब उन्होंने कहा कि पूनिया राजनीतिक क्षेत्र में हैं और पार्टी भी परिवार है, ऐसे में वे ज्यादा से ज्यादा समय अपने भाजपा परिवार में दें, इसमें भी हमें खुशी मिलती है. साथ ही घर में बच्चों और पत्नी को भी वह पूरा समय देते हैं.
डॉक्टर सतीश पूनिया की पुत्री और बेटे महीप के अनुसार फिलहाल पतंगबाजी में पापा की चरखी हमने पकड़ ली है, ताकि पापा पेच काटें, लेकिन जब पापा पार्टी कार्यालय चले जाएंगे तो फिर हम भी पतंगबाजी करके पेच काटेंगे.