जयपुर. हिजाब मामले में कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला आने के बाद राजस्थान भाजपा के मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने कहा कि किसी भी व्यक्ति को अपनी धार्मिकता किसी शैक्षणिक संस्था पर थोपना गलत (Ramlal Sharma says its wrong to impose religious belief on educational Institution) है. हर शैक्षणिक संस्था का अपना ड्रेस कोड होता है जिसकी पालना सबको करना चाहिए.
भाजपा विधायक रामलाल शर्मा ने विधानसभा के बाहर पत्रकारों से बातचीत में हिजाब मामले में आए कोर्ट के फैसले के बाद पूछे गए एक सवाल के जवाब में कहा कि शैक्षणिक संस्थाओं के नियम और कानून को मानने का सबका अधिकार (BJP Spokesperson On Hijab row) है. बीजेपी कानून और लोकतंत्र में विश्वास रखती है. शर्मा ने कहा कि मजहब के नाम पर अशांति का वातावरण फैलाना गलत है.कर्नाटक हाईकोर्ट ने हिजाब को लेकर लगाई गई याचिका को खारिज कर दिया और ये भी कहा कि हिसाब इस्लाम धर्म की अनिवार्य प्रथा नहीं है.
कर्नाटक HC में हिजाब को लेकर फैसला: कर्नाटक उच्च न्यायालय ने शैक्षणिक संस्थानों में हिजाब पर (Karnataka Hijab row) प्रतिबंध को चुनौती देने वाली सभी याचिकाओं को खारिज कर दिया है. कोर्ट का कहना है कि हिजाब पहनना इस्लाम की अनिवार्य धार्मिक प्रथा नहीं है (HC says wearing Hijab is not an essential religious practice of Islam). छात्र स्कूल यूनिफॉर्म पहनने से मना नहीं कर सकते हैं. उडुपी के एक प्री-यूनिवर्सिटी कॉलेज की छात्राओं के एक समूह की कक्षाओं में उन्हें हिजाब पहनने देने की मांग से तब एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया था जब कुछ हिंदू विद्यार्थी भगवा शॉल पहनकर पहुंच गये. यह मुद्दा राज्य के अन्य हिस्सों में फैल गया जबकि सरकार वर्दी संबंधी नियम पर अड़ी रही.
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विधायक समझ रहे खुद को सरकार का पिलर, अब तो मंत्री उठा रहे सवाल: गहलोत कैबिनेट की बैठक में यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से भिड़े सरकार के ही मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास महेश जोशी और लालचंद कटारिया के मामले में भी भाजपा ने चुटकी (jibe on Gehlot ministers) ली है. शर्मा ने कहा कि यूडीएच विभाग में काम करवाना बहुत कठिन है और ये बात खुद सरकार के मंत्री भी कहने लगे हैं.
उन्होंने कहा कि सरकार के कुछ मंत्री अपने आप को सरकार का पिलर समझ रहे हैं लेकिन अब कांग्रेस में ये स्थिति आ गई है कि अगला चुनाव आखिर कैसे जीता जाए. शर्मा ने आरोप लगाया कि सरकार के मंत्री दूसरे जिलों के विकास कार्य का पैसा भी अपने जिले में खर्च करवा रहे हैं वहीं आज ग्रामीण क्षेत्र में विधायक बिना पैसों के काम नहीं कर रहे है.
राजे- पूनिया की अनुपस्थिति मेंविधायक दल की बैठक: मंगलवार को विधानसभा की ना पक्ष लॉबी में भाजपा विधायक दल की बैठक हुई. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे और भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष व आमेर से विधायक सतीश पूनिया सहित कुछ प्रमुख विधायक मौजूद नहीं रहे. हालांकि बैठक में सदन में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई खासतौर पर ग्रामीण विकास से जुड़े मुद्दों पर जिसमें सरकार को घेरा जा सकता है उस पर चर्चा हुई. बैठक को कटारिया और प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने संबोधित किया.