जयपुर. प्रदेश में कोरोना महामारी के बीच राजनीतिक आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है. अब भाजपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता और जयपुर ग्रामीण से सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गहलोत सरकार की ओर से महामारी के इस दौर में दिए जा रहे विज्ञापनों और उस पर खर्च होने वाले करोड़ों रुपयों को लेकर सवाल खड़े किए हैं. राठौड़ ने कहा है कि अगर ये करोड़ों रुपए ग्रामीण क्षेत्रों के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्रों पर खर्च किए जाते तो कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी.
राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने प्रदेश की गहलोत सरकार की ओर से समाचार पत्रों पर दिए गए विज्ञापन और विभिन्न स्थानों पर लगाए गए होर्डिंग पर खर्च होने वाले धन पर सवाल उठाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री इन विज्ञापनों के जरिए कोरोना महामारी से निपटने की जिम्मेदारी आमजन और जनप्रतिनिधियों पर डालते हैं और यह भी लिखते हैं कि सरकार भी इस काम में जुटी है, लेकिन प्रदेश में केवल केंद्र सरकार ही इस महामारी की रोकथाम के लिए वास्तविक रूप से प्रयास कर रही है.
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राठौड़ ने कहा कि गहलोत सरकार काम तो कर रही है, लेकिन केवल विज्ञापन देने और केंद्र सरकार के ऊपर झूठे आरोप लगाने का. राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने कहा कि प्रदेश सरकार को अपनी जिम्मेदारी उठाते हुए इस दिशा में काम करना चाहिए.