जयपुर. प्रदेश में 'नाथी का बाड़ा' पर सियासत थमने का नाम नहीं ले रही है. कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष गोविन्द सिंह डोटासरा के बंगले पर नाथी का बाड़ा लिखने वालों को माफ करने की घोषणा की. लेकिन बीजेपी ने इस माफी पर सवाल उठाए हैं. बीजेपी ने कहा कांग्रेस गांधी विचारों की बात करती है तो फिर गिरफ्तारी का दबाव क्यों? क्यों बीजेपी कार्यालय के बाहर पुलिस का पहरा क्यों लगा रखा है.
बीजेपी प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि डोटासरा ने कहा की उनके घर पर नाथी का बाड़ा लिखा. वे कार्यकर्ता गोडसे की विचारधारा के कार्यकर्ता थे. हम गांधी की विचारधारा को मानने वाले हैं. इसलिए हमने उनको माफ कर दिया, लेकिन डोटासरा यह बताएं कि एक तरफ आप कह रहे हो कि हमने क्षमा कर दिया, हमने माफ कर दिया. हम नहीं चाहते कि कार्रवाई हो, लेकिन वहीं दूसरी ओर पुलिस लगातार दबाव बना रही है. उनके घर पर छावनी बना कर बैठी है. बीजेपी कार्यालय के बाहर पीसीआर खड़ी कर दी है. गिरफ्तारी का इतना बड़ा दबाव क्यों बनाया जा रहा है?. अगर आप गांधी विचारक थे तो फिर आपने एफआईआर दर्ज कराई? अगर आपने माफ कर दिया तो यह पुलिस कार्रवाई क्यों? .
शर्मा ने कहा कि कांग्रेस कहती कुछ और करती कुछ और है. जब तक रीट के मामले की जांच सीबीआई से नहीं होगी, जब तक रीट के परीक्षार्थियों को न्याय नहीं मिलेगा. 26 हजार परिवार सरकार की ओर न्याय की गुहार लगाए देख रहे हैं. आप ने नारा दिया था कि अब होगा न्याय, लेकिन अभी 26 हजार कह रहे हैं कब होगा न्याय. इसलिए कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष अपना बड़प्पन दिखाते हुए इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच कराएं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करें. फिर चाहे दोषी गहलोत सरकार के मंत्रिमंडल में हो या फिर कांग्रेस संगठन में. उनके खिलाफ कार्रवाई करें जो दोषी या गुनहगार हैं.