जयपुर. शहर में नवगठित दो नगर निगमों के चुनाव की तैयारी में भाजपा जुट चुकी है, लेकिन हेरिटेज और ग्रेटर नगर निगम में महापौर पद ओबीसी महिला के लिए आरक्षित होने के चलते भाजपा को अब तक महापौर पद के लिए उपयुक्त चेहरा नहीं मिल पाया है. पार्टी से जुड़े नेता अब इसी तलाश में जुटे हैं,
दरअसल इस बार हेरिटेज नगर निगम और ग्रेटर नगर निगम महापौर पद पर ओबीसी महिला ही चुनी जाएगी, लेकिन बीजेपी के पास संकट इस बात का है कि मौजूदा महिला मोर्चा या महिला कार्यकर्ताओं में ऐसा कोई चेहरा नहीं है, जो महापौर पद के लिए फिट बैठे. इस बार नगर निगम हेरिटेज के 100 वार्डों में से 7 वार्ड ही ओबीसी महिला के लिए आरक्षित है. जबकि 14 वार्ड ओबीसी के लिए आरक्षित हैं.
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इसी तरह नगर निगम ग्रेटर के 150 वार्ड में से ओबीसी महिला के 11 वार्ड और ओबीसी के 21 वार्ड आरक्षित है. अब नगर निगम के चुनाव में बीजेपी चाहेगी कि जिन वार्डों को ओबीसी महिला के लिए आरक्षित किया गया है. वहां से कोई ऐसा चेहरा प्रत्याशी के तौर पर उतारा जाए जो बोर्ड बनने की स्थिति में महापौर पद पर भी सुशोभित हो सके, लेकिन यदि ऐसा नहीं हुआ तो बीजेपी ओबीसी के अन्य वार्डों में ऐसी महिला की तलाश करेगी या फिर सामान्य की किसी वार्ड पर ओबीसी महिला को मौका दे सकती है. फिलहाल इस रणनीति का खुलासा भाजपा ने नहीं किया है.
नगर निगम हैरिटेज में ये है ओबीसी महिला वार्ड- 2, 18, 28, 29, 59 ,74 ,78
ये है नगर निगम हैरिटेज के ओबीसी वार्ड - 1, 6, 7, 9, 13, 14, 17, 29, 37, 48, 64, 69, 73, 95
नगर निगम ग्रेटर में ये है ओबीसी महिला वार्ड - 4, 44, 50, 51, 60, 75, 114, 116, 130, 138, 143
ये है नगर निगम ग्रेटर में ओबीसी वार्ड - 14, 17, 23, 25, 29, 34, 47, 52, 54, 58, 62, 65, 73, 76, 82, 83, 100, 126, 129, 131, 141
इनके नाम चर्चाओं में लेकिन टिकट मिलने और जितने के बाद ही होगा तय
भाजपा की ओर से पूर्व महापौर रह चुकी शील धाबाई, वर्तमान पार्षद कुसुम यादव प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं. वहीं पार्षद चंचल सैनी, पूर्व पार्षद संतोष राजोरिया के साथ ही मीना यादव और महिला मोर्चा कार्यकर्ता आंचल आवाना के भी नाम सामने आ रहे है. इसी तरह मदन लाल सैनी जी की पुत्रवधू रेणुका सैनी के लिए भी उनके पति मनोज सैनी प्रयास कर रहे हैं. वहीं प्रदेश भाजपा के ओबीसी से आने वाले कुछ पदाधिकारी भी अपनी पत्नी के लिए इस पद की जुगाड़ में लगे हैं. अब सवाल यह है कि इनमें से कितनों को पार्षद का टिकट मिलता है और मिलने के बाद वह जीतकर नगर निगम तक पहुंच पाती है.
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बड़ी संख्या में महिला कार्यकर्ता कर रही है पार्टी में आवेदन
नगर निगम चुनाव की तारीख के ऐलान के बाद बीजेपी महिला मोर्चा से जुड़े वो तमाम कार्यकर्ता भी आप पार्टी मुख्यालय और नेताओं के घर चक्कर लगाना शुरू कर चुकी है, जो अब तक पार्टी के ही कार्यक्रमों से दूर नजर आ रहीं थीं. वही पार्टी से जुड़े कुछ पदाधिकारियों की धर्मपत्नी भी टिकट की चाहत में पार्टी मुख्यालय में बायोडाटा देती नजर आ रही हैं, लेकिन पार्टी के लिए सबसे चुनौती भरा काम है कि महापौर पद के लिए उपयुक्त चेहरा तलाश किया जाए और पूरे जोर-शोर से उसे जिताया भी जाए. फिलहाल दिनांक 19 अक्टूबर नामांकन की अंतिम तारीख तक इस बारे में बहुत कुछ साफ हो जाएगा कि पार्टी की ओर से महापौर पद के लिए कौन-कौन से संभावित चेहरे होंगे.