जयपुर. राजस्थान भाजपा ने प्रदेश में बेरोजगारी भत्ते को लेकर सरकार द्वारा लगाई गई इंटर्नशिप की बाध्यता को समाप्त करने की मांग (BJP oppose internship for unemployment allowance) की है. भाजपा के अनुसार बेरोजगार युवक अपने समय का उपयोग प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी मैं करता है, लेकिन गहलोत सरकार बेरोजगार भत्ता उन्हें ही देगी जो 4 घंटे किसी सरकारी विभाग में इंटर्नशिप करें. ऐसे में युवा आखिर अपनी पढ़ाई और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए समय कैसे निकालेगा.
भाजपा प्रदेश मुख्य प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने गुरुवार को एक बयान जारी कर कहा कि राजस्थान में पहले तो सीमित संख्या में बेरोजगारों को भत्ता दिया जा रहा है. उसमें भी प्रतिदिन 4 घंटे की इंटर्नशिप की पाबंदी बेरोजगार युवाओं के साथ धोखाधड़ी के समान है. शर्मा ने कहा कि चुनिंदा बेरोजगारों को ऊंट के मुंह में जीरे के समान भत्ता देने का काम राजस्थान की सरकार कर रही है और इसके उपरांत जो बैरिकेड लगाया गया है. इसका सबसे बड़ा नुकसान उन युवाओं को होगा जो गांव-ढाणी से निकलकर शहरों में तैयारी, कोचिंग, लाइबेरी ज्वाइन करते हैं और वहीं अध्ययन करते हैं.
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अब यदि वो बेरोजगारी भत्ता लेने की योग्यता रखते हैं तो इस बैरिकेड के चलते उनको प्रतियोगी परीक्षाओं और उसकी तैयारियों से वंचित रहना पड़ेगा. शर्मा ने कहा कि सरकार इस बैरिकेड को तत्काल हटाए और इंटर्नशिप मुक्त भत्ता इनको दिया जाए.