जयपुर. रामगढ़ बांध में पानी लाने के लिए भाजपा सांसद डॉ. किरोड़ी लाल मीणा ने मंगलवार को आंदोलन शुरू कर दिया. मीणा ने अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ पैदल मार्च किया और सिविल लाइंस फाटक तक पहुंचे. जहां उन्होंने मुख्यमंत्री और राज्यपाल के नाम अधिकारियों को ज्ञापन दिया.
मीणा ने आरोप लगाया कि प्रदेश में इस बार औसत से बहुत अधिक बरसात हुई. लेकिन रामगढ़ बांध में इसलिए पानी नहीं आया, क्योंकि यहां रसूखदार लोगों के अतिक्रमण हैं और सरकार उन्हें आश्रय दे रही है. मीणा ने कहा कि सरकार हाईकोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए रामगढ़ बांध में हो रहे अतिक्रमण को हटाए. उनके अनुसार बांध केचमेंट एरिया में कई बड़े लोगों के फॉर्म हाउस और एग्रीकल्चर लैंड है. लेकिन प्रशासन छोटे छोटे लोगों के वहां कार्रवाई करके आ जाता है. मीणा ने यह भी कहा कि सरकार रामगढ़ बांध में चंबल ब्रह्माणी यमुना नदी का पानी भी लाने के लिए योजना बनाएं. ताकि अतिवृष्टि के कारण जिन नदियों का पानी व्यर्थ बहता है, उससे राजस्थान की प्यास बुझाई जा सके.
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सिविल लाइंस फाटक तक निकाले गए पैदल मार्च के दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपने हाथ में घंटे भी ले रखे थे. जिसे बजाते हुए वह सिविल लाइंस फाटक तक पहुंचे. इससे पहले राज भवन चौराहे पर प्रदर्शनकारियों ने अपना रास्ता बदल लिया और वह सचिवालय की ओर जाने लगे. ऐसे में यहां मौजूद पुलिस अधिकारियों की सांसें फूल गई और उन्होंने प्रदर्शनकारियों को समझाइश कर सिविल लाइंस फाटक की तरफ भेजा.