जयपुर. भाजपा सांसद जसकौर मीणा ने (Dausa Lady Doctor Suicide Case) गहलोत सरकार पर निशाना साधा है. जयपुर में शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए जसकौर मीणा ने केंद्र सरकार की उपलब्धियां गिनाई, साथ ही प्रदेश की कांग्रेस सरकार को भी लपेटे में लिया. हालांकि, महिला चिकित्सक आत्महत्या मामले में भाजपा के लिए सांसद किरोड़ी लाल मीणा भी सवाल खड़े कर चुके हैं. इसके बाद भी इस मामले को फिर छेड़ना पार्टी नेताओं में चल रही खींचतान को दर्शा रहा है.
दरअसल, शुक्रवार को अनुसूचित जाति-जनजाति के विकास के लिए केंद्र सरकार की चलाई जा रही योजनाओं की जानकारी देने के लिए सांसद जसकौर मीणा मीडिया से मुखातिब हुईं. इस दौरान जनजाति विकास के लिए पक्के आवास, गैस कनेक्शन आदि की योजनाओं को गिनाया तो वहीं जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 हटाने का हवाला देकर अब वहां भी दलितों को आरक्षण दिलाए जाने के लिए केंद्र सरकार का आभार जताया.
सांसद ने कहा कि कांग्रेस ने हमेशा दलितों को वोट बैंक माना, लेकिन मोदी सरकार ने उनको आगे बढ़ाने का काम किया. मीणा ने कहा कि देश में मैला ढोने वालों के विकास और जीवन उत्थान के लिए केंद्र सरकार ने कई योजनाएं शुरू की. उन्होंने राजस्थान में केंद्र की योजनाओं पर (BJP MP Jaskaur Meena Alleged Gehlot Government) गहलोत सरकार के धीमी गति से काम करने का आरोप लगाया.
मैं नहीं कह रही कि हमारे सांसद इस प्रकरण में इन्वाल्व हैं : प्रेस वार्ता के दौरान सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि डॉ. अर्चना शर्मा मेरे क्षेत्र में गोल्ड मेडलिस्ट डॉक्टर थीं, जिन्होंने 15 दिन अपने घर से अलग रहकर कोरोना कालखंड में लोगों की सेवा की. लेकिन एक प्रकरण में अवसाद में आकर उन्होंने आत्महत्या कर ली. जसकौर मीणा ने कहा कि अब तक उनके दोषियों को पुलिस ने नहीं पकड़ा.
हालांकि, इस दौरान जब मीडिया ने जसकौर मीणा से कहा कि मृतक डॉक्टर के पति ने इस मामले में सांसद किरोड़ी लाल मीणा पर ही (Politics in Rajasthan BJP) आरोप लगाया था तो जवाब में जसकौर मीणा ने कहा कि मैं नहीं कहूंगी कि हमारे सांसद इस मामले में इन्वाल्व हैं, क्योंकि वह तो तब संसद में थे. लेकिन मृतक डॉ. अर्चना के पति को शंका हुई तो उन्होंने मन की बात का इजहार किया. यह उनका अधिकार है. हम उन्हें नहीं रोक सकते.
जसकौर मीणा ने कहा कि इस मामले में खुद मैंने कलेक्टर और एसपी को ज्ञापन दिया था और हाल ही में एसपी से मुलाकात भी की थी. मीणा ने कहा कि इस मामले की जांच के लिए एसआईटी का गठन होना चाहिए और जल्द से जल्द दोषियों पर कार्रवाई होनी चाहिए. प्रेस वार्ता के दौरान सांसद जसकौर मीणा ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के लगाए गए आरोपों पर भी पलटवार किया और मुख्यमंत्री के सभी आरोपों को सिरे से नकारा.