जयपुर. प्रदेश में सियासी संकट भले ही खत्म हो चुका हो, लेकिन मुख्यमंत्री के हाल ही में आए बयान के बाद एक बार फिर इस मामले पर सियासत गरमा गई है. भाजपा विधायक और पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने सीएम अशोक गहलोत के बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि बीजेपी ने गहलोत सरकार को बचाने का ठेका नहीं ले रखा है. यदि अपने आंतरिक कलह से प्रदेश की गहलोत सरकार गिरती है तो विपक्ष के रूप में भाजपा अपना रोल अदा करेगी.
वासुदेव देवनानी के अनुसार पिछले दिनों संकट के दौरान जो होटलों में विधायकों की किलेबंदी मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने की थी और उस दौरान जो वादा किया गया था, वह पूरे नहीं हुए हैं. इसके कारण सरकार कभी भी गिर सकती है और इस बात को अशोक गहलोत जानते भी हैं. यही कारण है कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपनी पार्टी के आंतरिक कलह का ठीकरा भाजपा के सर फोड़ना चाहते हैं और इस प्रकार के बयान देते हैं.
'यदि जनता का समर्थन है तो इस्तीफा देकर मध्यवर्ती चुनाव करवा लें गहलोत'
पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके विधायक कहते हैं कि कांग्रेस को जनता का समर्थन हासिल है, लेकिन यदि वास्तव में ऐसा है तो फिर मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद राजस्थान में मध्यवर्ती चुनाव करवा लें. यदि चुनाव होते हैं तो कांग्रेस को अपनी मौजूदा सीटों की 10 फीसदी भी सीट हासिल नहीं होगी.
प्रताप सिंह खाचरियावास पर किया पलटवार...
शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास के बीजेपी पर लगाए गए आरोपों पर भी पलटवार किया. देवनानी ने कहा बीजेपी की चोरी नहीं बल्कि खुद कांग्रेस और परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास की चोरी पकड़ी गई है. इससे जुड़ी कई फाइलें मुख्यमंत्री की टेबल पर रखी है. इसी मजबूरी में परिवहन मंत्री ना चाहते हुए भी कई प्रकार के बयान बीजेपी के लिए दे रहे हैं.