जयपुर. राज्यपाल के अभिभाषण पर वाद विवाद के दौरान भी भाजपा विधायकों ने सदन में अपना विरोध जारी रखा. इस दौरान जब इस वाद विवाद में मुख्यमंत्री के सलाहकार और निर्दलीय विधायक संयम लोढ़ा अपनी बात रख रहे थे, तो अचानक भाजपा विधायक रामप्रताप कासनिया की तबीयत खराब (MLA Ram Pratap health deteriorated in assembly) हो गई.
तबीयत खराब होने के बाद भाजपा विधायकों ने विधायक रामप्रताप कासनिया को सदन में ही बैठा दिया. जब यह पूरा घटनाक्रम सभापति राजेंद्र पारीक ने देखा तो उन्होंने भाजपा विधायकों से रामप्रताप कासनिया को उनके चेंबर में ले जाकर डॉक्टर को दिखाने के लिए कहा. इसके बाद रामप्रताप कासनिया को भाजपा विधायक ना पक्ष लॉबी में ले गए. जहां डॉक्टर उनकी जांच की जिसमें उनका ब्लड प्रेशर ज्यादा पाया गया.
भाजपा विधायकों ने लगाया उनके लिए "झूठा" का नारा : विधायक संयम लोढ़ा ने विरोध कर रही भाजपा पर वाद विवाद के दौरान जमकर तंज कसे, उन्होंने कहा कि ये लोग जनादेश नहीं मानते और परपंच में समय खर्च करते हैं. यही कारण था कि उनको जनता ने उपचुनावों में जनादेश देकर भाजपा को चौथे स्थान पर ही नहीं बल्कि जमानत भी जब्त करवा दी.
उन्होंने कहा कि भाजपा की आपसी लड़ाई का आलम यह है की सरकार के पूर्व मंत्री के बहकावे में आकर पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के निवास पर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष के इशारे पर पथराव किया गया. उस मुकदमे में आज तक भाजपा जांच समिति ने कोई कार्रवाई नहीं की. इस दौरान जब जब संयम लोढ़ा एक सर्वे के जरिये भाजपा पर तंज कस रहे थे तो राजेंद्र राठौड़ उनकी सीट के सामने पहुंच गए ओर उन्हें "झूठा" कहने लगे. जिसके बाद (BJP MLA raised slogans of liars in Rajasthan assembly) भाजपा विधायकों ने विधानसभा में 'झूठा-झूठा' के नारे लगाने शुरू कर दिए.