जयपुर. प्रदेश में चल रहे सियासी घमासान के बीच बहुजन समाज पार्टी से कांग्रेस में विलय हुए विधायकों का मामला लगातार कोर्ट में चल रहा है. इस संबंध में हाईकोर्ट की ओर से विधानसभा अध्यक्ष, सचिव और संबंधित 6 विधायकों को जारी हुए नोटिस के बाद अब याचिकाकर्ता विधायक मदन दिलावर ने यह मांग की है कि आने वाले विधानसभा सत्र के दौरान इन छह विधायकों को किसी भी प्रकार के मताधिकार का अधिकार ना मिले, इसके लिए अब वह कोर्ट से आग्रह करेंगे.
भाजपा मुख्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिलावर ने यह भी कहा कि जब तक इस मसले पर कोर्ट का निर्णय नहीं हो जाता है, तब तक इन सभी छह विधायकों के मताधिकार के अधिकार पर रोक लगनी चाहिए. हालांकि जब मदन दिलावर से पूछा गया कि 14 अगस्त से शुरू होने वाले विधानसभा सत्र में भाजपा प्रदेश सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लेकर आएगी, तो दिलावर ने कहा भाजपा ने अभी ऐसी कोई रणनीति नहीं बनाई है.
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उन्होंने कहा कि सरकार खुद विश्वास मत हासिल करने का प्रस्ताव ला सकती है. साथ ही कांग्रेस के कुछ विधायक अविश्वास प्रस्ताव की मांग कर सकते हैं. इसलिए वे कोर्ट से आग्रह करेंगे कि बसपा से कांग्रेस में विलय हुए 6 विधायकों को इस दौरान वोटिंग का अधिकार ना मिले.