जयपुर. राजस्थान विधानसभा का सत्र 24 जनवरी से बुलाया गया है, लेकिन विपक्ष आनन-फानन में बुलाई गई इस सत्र का विरोध कर रहा है. मामले को लेकर भाजपा के विधायक कालीचरण सराफ ने कहा कि मौजूदा सरकार ने अपनी मनमर्जी के चलते यह सत्र बुलाया है और इसका विरोध किया जाएगा.
कालीचरण सराफ ने कहा कि विधानसभा सत्र बुलाने के जो नियम है, उनका उल्लंघन किया गया है. नियमों के तहत कम से कम सत्र बुलाने से पहले 21 दिन का नोटिस देना पड़ता है, लेकिन सरकार प्रदेश में अपनी मनमर्जी कर रही है. सराफ ने यह भी कहा कि शॉर्ट नोटिस पर बुलाए गए इस सत्र पर ना तो विधानसभा में प्रश्न लग पाएंगे और ना ही ध्यानाकर्षण प्रस्ताव लग पाएगा. ऐसे में विपक्ष ने विधानसभा सत्र के दौरान सरकार को घेरने की तैयारी भी कर दी है.
यह भी पढे़ं- '28 जनवरी को राहुल गांधी युवाओं को जयपुर आकर देंगे खास संदेश'
कालीचरण सराफ ने कहा कि हमने सुना है कि इस विधानसभा सत्र में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ प्रस्ताव लाने की भी तैयारी की जा रही है, लेकिन संसद में यह बिल पास होने के बाद अब यह कानून बन चुका है. जिसे सभी राज्यों को लागू करना पड़ेगा.
दरअसल इस बार का यह विधानसभा सत्र मौजूदा घटनाक्रम के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण नजर आ रहा है. सत्र में अनुसूचित जाति जनजाति के आरक्षण की मियाद बढ़ाने का अनुमोदन किया जाएगा. साथ ही नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ भी प्रस्ताव पारित करने की तैयारी दिख रही है.