जयपुर. नगर निगम चुनावों की तारीखों के ऐलान के साथ ही भाजपा और कांग्रेस में बैठकों का दौर शुरू हो गया है. जयपुर नगर निगम के लिए प्रत्याशियों के चयन का सिलसिला शुरू हो चुका है. इस सिलसिले में प्रदेश भाजपा मुख्यालय में हुई बैठक में कई अहम सुझाव आए. खासतौर पर पार्टी के मौजूदा विधायक और प्रत्याशी रहे कुछ नेताओं ने दो टूक शब्दों में कहा कि इन चुनाव में कम से कम उन कार्यकर्ताओं को टिकट न मिले जिन्होंने महापौर उप चुनाव और विधानसभा चुनाव में पर्दे के पीछे रहकर पार्टी प्रत्याशी के खिलाफ काम किया हैं.
सतीश पूनिया की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में जयपुर शहर से आने वाले तमाम भाजपा के विधायक सांसद और इन चुनाव में प्रत्याशी रहे नेता मौजूद रहे. विधायक कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी और निवर्तमान उपमहापौर मनोज भारद्वाज ने बैठक में नगर निगम में महापौर उपचुनाव में हुई पार्टी की फजीहत की याद दिलाते हुए ऐसे कार्यकर्ताओं को इन चुनावों में दूर रखे जाने की सलाह दी.
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वहीं बैठक में यह भी सुझाव आया कि किसी भी वार्ड को बदलकर प्रत्याशी न बनाया जाएं बल्कि प्रत्याशी उसी वार्ड का निवासी हो तभी उसे टिकट मिले. बैठक के दौरान यह भी सुझाव आया कि जो दो बार पार्टी के प्रत्याशी बन चुके हैं उन्हें इस बार मौका न मिले लेकिन इस पर बैठक में मौजूद सभी नेता एकमत नजर नहीं आए. यही कारण रहा पार्टी ने तय किया कि यदि कार्यकर्ता जिताऊ है तो उसको तीसरी बार भी मौका मिलेगा.
बैठक में पूर्व महापौर और विधायक रहे मोहनलाल गुप्ता ने एक सुझाव यह भी दिया कि यदि हम अपने घोषणा पत्र में यह घोषणा कर दें कि उन स्कूलों का यूडी टैक्स माफ कर देंगे, जिन्होंने कोरोना काल में बच्चों के स्कूल की फीस माफ की तो भी हमें अच्छा फायदा हो सकता है. इसी तरह घोषणा पत्र को लेकर भी कई सुझाव इस बैठक में सामने आए.
विधायक और विधायक प्रत्याशियों की अलग से हुई बैठक
सामूहिक बैठक के बाद भाजपा विधायक और विधायक प्रत्याशी रहे नेताओं की अलग से बैठक हुई. जिसमें विधायक अशोक लाहोटी, कालीचरण सराफ, नरपत सिंह राजवी, विधायक प्रत्याशी कैलाश वर्मा सहित अन्य प्रत्याशी भी शामिल रहे. इन नेताओं ने कहा कि पार्षद चुनाव में विधायकों की राय को पूरी तवज्जो दी जाए, उनकी विधानसभा क्षेत्र में पार्टी कार्यकर्ताओं की सक्रियता और निष्क्रियता के बारे में उनसे बेहतर कोई नहीं जानता साथ ही यह भी कहा कि आपस की राय से ही प्रत्याशी तय हों जो जिताऊ और टिकाऊ हो. ताकि भाजपा का बोर्ड और महापौर बन सके.