जयपुर. विधानसभा में संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल की ओर से रेप के मामले में दिए गए विवादित बयान के बाद अब वे विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. भाजपा ने धारीवाल के विवादित बयान की निंदा की है (BJP leaders condemned the controversial statement). उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने शांति धारीवाल से इस्तीफा देने की मांग की है (Demand to sack Dhariwal from the post of minister). उन्होंने कहा कि सीएम से अनुमोदित कराकर ही उन्होंने जवाब दिया है. कहीं मुख्यमंत्री ने ही उन्हें ऐसा बयान देने के लिए कहा हो.
राठौड़ ने संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल के बयान की निंदा की. उन्होंने कहा संसदीय कार्य मंत्री ने सदन को शर्मसार किया है. इस तरह का बयान देकर उन्होंने राजस्थान के इतिहास को कलंकित किया है. ऐसी छोटी सोच वाले मंत्री से इस्तीफा ले लेना चाहिए. मुख्यमंत्री से अनुमोदित कराकर ही धारीवाल ने उत्तर दिया है. राठौड़ ने कहा कि 'मुझे शक है कि कहीं ऐसा बयान देने के लिए मुख्यमंत्री ने ही शांति धारीवाल को कहा हो'. उन्होंने कहा कि यहां के कण-कण में रणबांकुरे की कहानी है, उनकी कहानी त्याग की रही है. यह मीरा, पन्नाधाय और जौहर करने वाली पद्मिनी का प्रदेश है. ऐसे प्रदेश में महिलाओं का अपमान हम नहीं सहेंगे.
इसी प्रकार रामलाल शर्मा ने भी शांति धारीवाल के बयान की निंदा करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री अपने आप को गांधीवादी कहते हैं और मुख्यमंत्री को ऐसे नेताओं को बर्खास्त कर देना चाहिए. शर्मा ने कहा कि हम इस मामले को सदन में भी उठाएंगे और मांग करेंगे कि संसदीय कार्य मंत्री अपने बयान को लेकर माफी मांगे. शर्मा ने कहा कि कांग्रेस के नेता लगातार इस तरह के विवादित बयान दे रहे हैं. इससे पहले कि उदयपुरवाटी से आने वाले विधायक ने महिलाओं को लेकर एक विवादित बयान दिया था.
पूनिया ने कहा ऐसे नेता को कान पकड़कर बाहर करना चाहिएः भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने शांति धारीवाल के बयान की निंदा करते हुए कहा है कि उनके बयान से कांग्रेस का चेहरा सबके सामने आ गया है. प्रियंका गांधी को अब शर्म आनी चाहिए और कांग्रेस को ऐसे नेताओं को कान पकड़कर बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए. विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे भाजपा प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया ने विधानसभा के बाहर मीडिया से रूबरू होते हुए यह बात कही. पूनिया ने कहा कि धारीवाल के इस बयान से कांग्रेस का चेहरा सबके सामने आ गया है. कांग्रेस ने सदन की मर्यादा तार-तार कर दी है. कांग्रेस ने महिलाओं की अस्मिता पर सवाल ही नहीं खड़ा किया, बल्कि पुरुषों की गरिमा भी तार-तार कर दी है. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी को शर्म आनी चाहिए और शांति धारीवाल के बयान पर संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने कहा कि कांग्रेस को ऐसे नेताओं को कान पकड़कर बाहर का रास्ता दिखाना चाहिए.
शांति धारीवाल के आवास के बाहर प्रदर्शन कर रही महिला मोर्चा की कार्यकर्ताओं को खदेड़ने के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि पहले भी पेपर लीक मामले में सरकार ने उन पर लाठीचार्ज किया था. अब मंत्री शांति धारीवाल के कहने पर बीजेपी महिला मोर्चा पर लाठीचार्ज किया. कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने मुझ पर भी हमला किया, लेकिन आज तक उसकी जांच नहीं हुई. मुझ पर हमला करने वाले शांति धारीवाल के कार्यकर्ता थे. खुद संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने भी कहा था कि हमला करने वाले उनके ही कार्यकर्ता थे, लेकिन अभी तक इस मामले की जांच नहीं हुई.
देवनानी ने भी बयान की निंदा कीः बीजेपी विधायक एवं पूर्व शिक्षा मंत्री वासुदेव देवनानी ने भी धारीवाल के बयान की निंदा की है. उन्होंने कहा कि धारीवाल के बयान ने राजस्थान की गरिमा को तार-तार किया है. ऐसे मंत्री को तुरंत पद से हटा देना चाहिए. एक तरफ प्रियंका गांधी कह रही है कि मैं लड़की हूं लड़ सकती हूं. वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस के मंत्री इस तरह का बयान दें रहे हैं. कांग्रेस को मंत्री को तुरंत पद से हटाते हुए महिलाओं को सम्मान देना चाहिए. देवनानी ने कहा कि कांग्रेस का जमीर ही खत्म हो गया है. ऐसे मंत्री जहां होंगे वहां कांग्रेस का सूपड़ा साफ होना निश्चित है.
लोगों ने मोदी सरकार की नीतियों को वोट दिया हैः विधानसभा की कार्यवाही में भाग लेने पहुंचे उप नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि जिन पांच राज्यों में परिणाम आज आ रहे हैं, उनमें भाजपा आगे बढ़ रही है. लोगों ने केंद्र की मोदी सरकार की नीतियों को वोट दिया है.लोग नीतियों के आधार पर मोदी के नेतृत्व को मजबूत करना चाहते हैं. यूपी में डबल इंजन की सरकार डबल रफ्तार से चल रही है. अन्य राज्यों में भी भाजपा आगे चल रही है.
प्रदेश प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने कहा कि इतिहास में पहले कभी कांग्रेस की ऐसी दुर्गति नहीं हुई. जब एक प्रदेश अध्यक्ष और मुख्यमंत्री रुझानों में पीछे चल रहे हैं और उत्तर प्रदेश में कांग्रेस खाता खोलने के लिए संघर्ष कर रही है. यदि कांग्रेस की नियति और नियत में स्पष्टता हो तो जनता उन पर विश्वास कर सकती है. शर्मा ने कहा कि इसके बाद भी जिन राज्यों में विधानसभा चुनाव होंगे वहां भी कांग्रेस की ऐसी ही दुर्गति होना तय है. यूपी चुनाव परिणाम को लेकर सतीश पूनिया ने कहा कि यूपी के रुझान उत्साहजनक हैं. लेकिन जब तक अन्य राज्यों के पूरे परिणाम नहीं आ जाते तब तक कुछ भी कहना मुनासिब नहीं है. उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस को उनकी नीतियों के नाते नकारा जा रहा है, उससे लगता है कि कांग्रेस की स्थिति क्षेत्रीय दल तक सीमित हो जाएगी.
सतीश पूनिया ने कहा कि यूपी चुनाव ने भविष्य की राजनीति का ऐसा मॉडल विकसित किया है, जिसमें विचारधारा तो है ही साथ ही विकास भी शामिल होगा. पंजाब में बाड़ेबंदी के सवाल पर सतीश पूनिया ने कहा कि कांग्रेस को जनता ने नकार दिया है. अब उनके पास बाड़ेबंदी का फार्मूला रह गया है और इस बाड़ेबंदी से वे कितने दिन बचते है, यह देखने वाली बात होगी.