जयपुर. प्रदेश में कोरोना के बढ़ते संक्रमण के बीच भाजपा नेता इससे बचाव के लिए सुझाव तो लंबे-चौड़े देते हैं, लेकिन उस पर खुद ही अमल नहीं करते. अपनी नेतागिरी चमकाने के लिए नेताओं ने कोरोना की गाइडलाइन को भी पूरी तरह दरकिनार कर दिया. यह आलम तो तब है जब प्रदेश भाजपा से जुड़े अधिकतर बड़े नेता कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. ईटीवी भारत आज आपको प्रदेश भाजपा से जुड़े इन नेताओं की कुछ ऐसी तस्वीरें साझा करेगी, जो बताती है कि कोरोना की इन्हें कोई परवाह नहीं है.
ढोलक और नाचते गाते आ रहे ये लोग किसी शादी की बारात में नहीं बल्कि भाजपा नेता अशोक सैनी के प्रदेश बीजेपी मंत्री बनने की खुशी में भाजपा मुख्यालय आए थे. अब नया-नया पद मिला है तो खुशी का इजहार तो नेताजी करेंगे ही और नेताजी तब तक नेताजी नहीं कहलाएंगे जब तक 40-50 कार्यकर्ता उनके साथ ना दिखे.
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बीजेपी के कुछ नेता अपनी नेतागिरी चमकाने के चक्कर में दर्जनों लोगों की जिंदगी खतरे में डालने से नहीं चूकते हैं. ना केवल अशोक सैनी बल्कि पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया के निवास पर शनिवार सुबह हुए एक पुस्तक के विमोचन के कार्यक्रम में भी 150 से 200 लोग जुट गए.
भाजपा के ये नेता आ चुके हैं कोरोना पॉजिटिव
बता दें कि प्रदेश से आने वाले केंद्र के तीनों मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, कैलाश चौधरी और गजेंद्र सिंह शेखावत कोरोना की चपेट में आ चुके हैं. वहीं, विधायकों की बात की जाए तो अनिता भदेल और पब्बाराम विश्नोई कोरोना संक्रमित हो चुके हैं. प्रदेश पदाधिकारियों में प्रदेश महामंत्री भजनलाल शर्मा, प्रदेश मंत्री जितेंद्र गोठवाल और पूर्व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अरुण चतुर्वेदी भी कोरोना की चपेट में आ चुके हैं.
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इसके अलावा कई छोटे-बड़े कार्यकर्ता भी अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित हो चुके हैं. बावजूद इसके सोशल डिस्टेंसिंग के नाम पर भाजपा में कुछ नहीं हो रहा है. हालांकि बड़ी बैठकों में इसका ध्यान रखा जाता है, लेकिन छोटे-छोटे कार्यक्रमों में जिस तरह भीड़ जुट रही है उससे यह साफ है कि गाइडलाइन की अवहेलना करने में नेता भी पीछे नहीं हैं.