जयपुर. गहलोत कैबिनेट (Gehlot Cabinet) बैठक में पीसीसी चीफ और शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) और यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल (Shanti Dhariwal) के बीच हुई कहासुनी और झगड़े की घटना पर प्रदेश में सियासी उबाल है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया (Gulab Chand Kataria) के अनुसार मुख्यमंत्री के सामने जब मंत्री आपस में लड़ लें तो यह इंडिकेशन है कि यह सरकार कभी भी किसी भी समय जा सकती.
प्रदेश में आए इस राजनीतिक तूफान को लेकर जब नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया से ईटीवी भारत ने खास बातचीत की तब कटारिया ने कहा कि मौजूदा घटनाक्रम इस बात का भी संकेत है कि गहलोत सरकार और कांग्रेस (Rajasthan Congress) में अंदर ही अंदर नेताओं में असंतोष का लावा बह रहा है, ये कब फूट जाए और किधर बह जाए ये सब यही इंडिकेशन दे रहे हैं.
मंत्रिमंडल का विस्तार होगा तो फूटेगी सरकारः कटारिया
ईटीवी भारत राजस्थान से खास बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया (Opposition of Leader) ने कहा कि गहलोत सरकार (Ashok Gehlot Government) के गठन के साथ इसके नेताओं के बीच सामंजस्य का अभाव था और फूट भी साफ तौर पर नजर आ रही थी. कटारिया ने कहा कि मैं पहले से ही कहता आ रहा हूं और आज भी कहता हूं कि जिस दिन मंत्रिमंडल का विस्तार (Expansion of Cabinet) होगा यह फूट इतनी बढ़ेगी की सरकार ही फूट जाएगी और चली जाएगी.
खाचरियावास की कलेक्टर ही नहीं सुन रहा तो वह मंत्री पद पर क्या कर रहे हैंः कटारिया
वहीं, गहलोत कैबिनेट की बैठक में परिवहन मंत्री प्रताप सिंह खाचरियावास (Pratap Singh Khachariyawas) की ओर से जयपुर कलेक्टर (Jaipur Collector) की कार्यशैली पर उठाए गए सवाल के जवाब पर नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया ने परिवहन मंत्री पर भी कटाक्ष किया. कटारिया ने कहा कि परिवहन मंत्री तो काफी बड़े नेता हैं और कहीं पर भी शब्दों का बम फोड़ देते हैं. कटारिया ने कहा की अगर मंत्री जी के जिले का कलेक्टर ही उनकी बात नहीं सुनता और उनकी मन की कुंठा को उन्हें मीडिया या मुख्यमंत्री के सामने रखना पड़ता है, तो मतलब साफ है कि मुख्यमंत्री स्तर पर उनकी सुनवाई नहीं होती. ऐसे में प्रताप सिंह खाचरियावास (Transport Minister of Rajasthan) किस बात के कैबिनेट मंत्री हैं.
बीजेपी कार्यकर्ताओं पर टिकी पार्टी है, जो सबको एकजुट रखती हैः कटारिया
हालांकि, जब गुलाबचंद कटारिया से पूछा गया कि असंतोष और गुटबाजी (Groupism) तो आपकी भाजपा के साथ भी है तो, कटारिया ने कहा कि नहीं, क्योंकि भाजपा कार्यकर्ता (BJP Workers) आधारित पार्टी है, कोई नेता कितना ही तुर्रम खान क्यों न हो पार्टी का कार्यकर्ता उन्हें एकजुट रखता है.
वसुंधरा जन रसोई के बैनर पर मुझे आपत्ति नहींः कटारिया
भारतीय जनता पार्टी (Rajasthan BJP) के भीतर वसुंधरा राजे (Vasundhara Raje) समर्थकों की ओर से चलाई जा रही ही वसुंधरा जन रसोई (Vasundhara Jan Rasoi) के बैनर को लेकर उठे विवाद पर जब नेता प्रतिपक्ष कटारिया से सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि उन्हें उस पोस्टर में कोई विवाद नजर नहीं आता. कटारिया ने कहा कि यह तो देखने वाले का चश्मा सही हो तो देख कर चला जाए. कटारिया ने कहा कि अगर उनके भक्त किसी गरीब (Poor People) को भोजन खिला रहे हैं तो किसी को क्या तकलीफ. उनके अनुसार मेरे भक्त ना हों तो मेरे पेट में दर्द हो सकता है, लेकिन किसी और के पेट में दर्द नहीं होना चाहिए.