जयपुर. राजस्थान विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले ही इस पर सियासत गरमा गई है. खासतौर पर सदन शुरू होने से पहले ही उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट के शनिवार को भी विधानसभा की कार्रवाई जारी रखने और उसमें होने वाले काम काज को लेकर आए बयान पर भाजपा ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है.
प्रतिपक्ष के उपनेता राजेंद्र राठौड़ ने विधानसभा में कार्य सलाहकार समिति के प्रतिवेदन पर सदन में विचार होने से पहले ही सचिन पायलट द्वारा इस प्रकार का वक्तव्य देने को विधानसभा की परंपराओं के अनुचित बताया है. साथ ही यह भी कहा है इसके लिए सचिन पायलट को सार्वजनिक रूप से माफी मांगना चाहिए.
पढ़ेंः गहलोत के बयान पर राठौड़ का पलटवार, कहा- CM साहब पहले अपने गिरेबां में झांकें, दूसरे दलों में ताक-
राजेंद्र राठौड़ के अनुसार विधानसभा में किस दिन क्या कामकाज होगा और कब कौन सा विधायी कार्य होगा, यह तय करना विधानसभा की कार्य सलाहकार समिति का काम है. लेकिन उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने इस बारे में पहले से अपने विचार व्यक्त कर विधानसभा के नियम और परंपराओं की अवहेलना की है.
राठौड़ के अनुसार यह गोपनीयता है कि जब तक कार्य सलाहकार समिति की बैठक नहीं हो जाती, कार्यों का बंटवारा नहीं हो जाता है और कार्य सलाहकार समिति का प्रतिवेदन सदन स्वीकार नहीं कर लेता, तब तक इस प्रकार की कार्रवाई को कहने का अधिकार किसी के पास नहीं होता है.
पढ़ेंः जयपुर लिटरेचर फेस्टिवल के उद्घाटन में शामिल हुए गहलोत, 'राजस्थान के साहित्यकारों के लिए भी अलग से
राठौड़ ने कहा इस प्रकार की घटना जब भी कभी पहले हुई है उसके लिए संबंधित विधानसभा सदस्य को सदन में माफी मांगने पड़ी है. साथ ही कहा कि गुरुवार को जब कार्य सलाहकार समिति की बैठक हुई ही नहीं तो उससे पहले उपमुख्यमंत्री ने इस प्रकार का बयान देकर, अपनी अज्ञानता को दर्शा दिया है. जिसके लिए उन्हें माफी मांगना चाहिए.