जयपुर. हेरिटेज नगर निगम में 9 निर्दलीय पार्षदों के समर्थन से बने कांग्रेस बोर्ड पर खतरे के बादल मंडरा रहे हैं. निर्दलीय पार्षदों ने समितियों का गठन नहीं होने पर अब पार्टी का साथ छोड़ने की चेतावनी दी है. हालांकि मंत्री प्रतापसिंह खाचरियावास और मंत्री महेश जोशी ने इसमें पार्टी की चूक मानते हुए इसी महीने निर्दलीय पार्षदों की शिकायत दूर करने की बात कही है. इसके विपरीत बीजेपी ने समितियों के गठन में देरी का कारण विधायकों के बीच चल रहा अंदरूनी मतभेद (internal dispute between congress MLA) बताया है.
बीजेपी शहर अध्यक्ष राघव शर्मा ने तंज कसते हुए कहा कि हेरिटेज नगर निगम में चल रही सियासी उठापटक कांग्रेस की अकर्मण्यता को दर्शा रही है. बीजेपी ने ग्रेटर नगर निगम में बोर्ड बनाया लेकिन वहां षड्यंत्र कर महापौर को निलंबित करने का काम किया गया. स्मार्ट सिटी में आए पैसे का दुरुपयोग किया जा रहा है. हेरिटेज निगम में तो अब तक समितियां तक नहीं बन पाई हैं. गलियां गंदी पड़ी हैं, कचरा उठ नहीं रहा और कांग्रेस के विधायकों में अंदरूनी मतभेद चल रहे हैं.
उन्होंने कहा कि किस विधायक के चेयरमैन ज्यादा बने इस बात को लेकर विधायकों में लड़ाई चल रही है. ये लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ है. उन्होंने कहा कि जयपुर की सरकार को सुनियोजित तरीके से काम नहीं करने दिया जा रहा और अब जब हेरिटेज निगम के 9 निर्दलीय पार्षदों ने अपने हक के लिए कांग्रेस के नेताओं को ज्ञापन दिया तब जाकर वे नींद से जागे हैं. इसे लेकर भारतीय जनता पार्टी ने डेढ़ महीने पहले धरना भी दिया था ताकि समितियों का गठन कर कार्य व्यवस्थित तरीके से किया जाए. कांग्रेस की आपसी लड़ाई दर्शाती है कि इनकी लोकतंत्र में आस्था नहीं है.
इससे पहले बीजेपी के पार्षद निर्दलीय पार्षदों का अपनी पार्टी में स्वागत करने की बात भी कह चुके हैं. ऐसे में यदि समितियों के गठन में निर्दलीय पार्षदों को संतुष्ट नहीं किया जाता तो हेरिटेज बोर्ड पर आंच आ सकती है.