जयपुर. देशभर में केंद्रीय कृषि कानूनों को लेकर सियासी उबाल है और किसान आंदोलनरत हैं तो वहीं भाजपा इसे वामपंथी और विपक्षी दलों का प्रायोजित कार्यक्रम करार दे रही है. गुरुवार को प्रदेश के जिला मुख्यालय पर हुए वामपंथी किसान संगठनों के चक्का जाम को भी भाजपा ने घड़ियाली आंसू बहाना करार दिया है.
भाजपा के प्रवक्ता और विधायक रामलाल शर्मा ने एक बयान जारी कर कहा है कि कांग्रेस और वामदलों की ओर से कृषि कानूनों को लेकर किया जा रहा विरोध-प्रदर्शन केवल दिखावटी है. शर्मा के अनुसार आजादी के बाद लगभग 55 साल से अधिक समय कांग्रेस और उसके सहयोगी दलों ने देश में शासन किया.
उस दौरान किसानों के हित की बात नहीं की गई और ना ही किसानों के हित में कोई मजबूत कानून बनाया गया. शर्मा ने कहा कि मोदी सरकार ने किसानों के हित में मजबूत कानून बनाया तो कांग्रेस, वामपंथी और अन्य विपक्षी दल इस मामले में किसानों को बरगला रहे हैं. इसके साथ ही शर्मा ने कहा ये लोग नहीं चाहते हैं कि कभी भी किसानों का उद्धार हो और किसान का बेटा आगे बढ़े.
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भाजपा प्रवक्ता के अनुसार किसान विरोधी नीति रखने वाले इन लोगों को और राजनीतिक दलों को अब आने वाले समय में किसान ही सबक सिखाएगा, क्योंकि किसान जान चुका है कि केंद्र के कृषि कानून किसानों के हित में हैं.