जयपुर. राजस्थान विधानसभा के उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ की जुबान (Rajendra Rathore Slip of Tongue) फिसल गई और उन्होंने वसुंधरा को यशस्वी मुख्यमंत्री बता दिया. हालांकि, दूसरे ही पल राजे ने राठौड़ की भूल में सुधार भी करवा दिया. दरअसल, बुधवार को होटल क्लार्क आमेर में जब राष्ट्रपति चुनाव में एनडीए उम्मीदवार द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात और संवाद का कार्यक्रम था. उस दौरान मंच का संचालन कर रहे राजेंद्र राठौड़ की जुबान वसुंधरा राजे के पद को लेकर फिसल गई.
मुर्मू के स्वागत के लिए (Draupadi Murmu In Jaipur) वसुंधरा राजे का नाम पुकारते हुए राजेंद्र राठौड़ ने कहा कि हमारे बीच हमारे प्रदेश की यशस्वी मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे भी मौजूद हैं. मैं उनसे आग्रह करूंगा कि वे...इस बीच मंच पर मौजूद पार्टी के आला नेता राठौड़ की तरफ देखे, लेकिन मंच से ही वसुंधरा राजे ने राठौड़ को टोकते हुए 'पूर्व' शब्द पुकारा. राठौड़ समझ चुके थे कि उनकी जुबान फिसल गई. तब उन्होंने तुरंत राजे के लिए पूर्व मुख्यमंत्री का संबोधन किया और यह भी कहा कि वो पूर्व मुख्यमंत्री जिन्होंने अपने कार्यकाल में अपूर्व सेवा की थी, उन वसुंधरा जी से मैं आग्रह करूंगा कि वे मुर्मू जी का स्वागत करें.
राठौड़ की फिसली जुबान तो कुछ ने ली चुटकी, कहा- दिल की बात जुबां पर तो नहीं आई : बैठक के दौरान (BJP CM Face in Rajasthan) जब राजेंद्र राठौड़ की जुबान फिसली, तब बैठक में शामिल वसुंधरा राजे समर्थक कुछ विधायकों ने आपस में चर्चा करते हुए इस पर चुटकी ली और कहा कि राठौड़ साहब के दिल की बात जुबां पर आ ही गई.
आदिवासी महिला को राष्ट्रपति बनाने का निर्णय अपार खुशी वाला : वहीं, भाजपा विधायक और सांसदों की बैठक में शामिल हुई पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राष्ट्रपति पद के चुनाव में आदिवासी समाज से आने वाली महिला को प्रत्याशी बनाए जाने के निर्णय पर अपनी खुशी का इजहार किया. राजे ने कहा कि द्रौपदी मुर्मू जी अपने क्षेत्र में शिक्षा की देवी मां सरस्वती के समान हैं, जिन्होंने वहां बिना वेतन लिए लोगों को पढ़ाया. राजे ने कहा कि भाजपा ने उन्हें राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार बनाकर पूरी दुनिया को बता दिया कि सच्चा लोकतंत्र है तो भाजपा में ही है.
राजे ने कहा कि राजस्थान में आदिवासी हमारी ताकत हैं, जिनके आशीर्वाद से हमें दो बार ऐतिहासिक बहुमत मिला और दो बार हमारी पूर्ण बहुमत की सरकार भी बनी. राजे ने कहा जो मुकाम मुर्मू जी को प्राप्त होने वाला है वो आसान नहीं है. खासकर महिलाओं के लिए तो इतनी ऊंचाइयों पर पहुंचना मुश्किल होता है पर इसे भाजपा ने संभव कर दिखाया है, क्योंकि भाजपा सही मायने में नेताओं की नहीं कार्यकर्ताओं की पार्टी है.