जयपुर. राजस्थान में भले ही 6 बसपा के विधायकों ने कांग्रेस पार्टी में अपना विलय कर लिया हो, लेकिन अब इस विलय को भाजपा ने चैलेंज किया है. भाजपा विधायक मदन दिलावर की ओर से एक याचिका विधानसभा स्पीकर सीपी जोशी को दी गई है. जिसमें बसपा विधायकों के कांग्रेस पार्टी में विलय को गलत बताया गया है.
बीजेपी ने इस याचिका की जरिए तर्क दिया है कि बसपा एक राष्ट्रीय पार्टी है और राष्ट्रीय पार्टी के विलय की स्थिति में केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी लेना भी जरूरी होता है. इसी को आधार बनाते हुए भाजपा ने स्पीकर सीपी जोशी के पास याचिका लगाई है. अब भाजपा पार्टी स्पीकर सीपी जोशी के इस मामले में फैसले का इंतजार करेंगी.
कहा जा रहा है कि अगर कोई सकारात्मक फैसला नहीं आता है तो ऐसे में भाजपा कोर्ट का रुख भी कर सकती है. वहीं इस मामले में विधानसभा अध्यक्ष सीपी जोशी ने भाजपा की याचिका को स्वीकार कर लिया है और विधानसभा सत्र के बाद इस याचिका का परीक्षण करवाने की बात कही है.
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गौरतलब है कि 16 सितंबर 2019 को राजस्थान के बसपा के सभी 6 विधायकों ने कांग्रेस का दामन थाम लिया था. जिसमें राजेंद्र गुढ़ा, वाजिब अली, लाखन सिंह मीणा, संदीप यादव, दीपचंद खेरिया और जोगिंदर सिंह अवाना शामिल थे और क्योंकि बसपा की राजस्थान में छह विधायक थे. छह के छह विधायकों ने बसपा पार्टी का दामन छोड़ कांग्रेस का दामन थाम लिया था. ऐसे में उन पर दल बदल का कानून भी नहीं लग रहा था, क्योंकि दो तिहाई से ज्यादा विधायक एक साथ अगर अपनी पार्टी छोड़कर दूसरी पार्टी का दामन थामते हैं ऐसे में इस वाले को गलत नहीं माना जाता है.