जयपुर. राजधानी में होने वाली नगर निगम चुनाव के लिए भाजपा ने तैयारी शुरू कर दी है. इन चुनावों में प्रत्याशी चयन के मापदंड क्या होंगे, उसको लेकर भी मंथन के बाद मोटे तौर पर खाका तैयार कर लिया गया है. लेकिन इसका खुलासा करने से पार्टी नेता बच रहे हैं. इस बीच जयपुर शहर भाजपा अध्यक्ष सुनील कोठारी ने कहा है, कि संगठन में सक्रियता और जिताऊ होना प्रत्याशी चयन का पहला मापदंड होगा, जिसे पूरा करने पर ही टिकट मिल सकेगा.
ईटीवी भारत से खास बातचीत में कोठारी ने कहा, कि संगठन और विधायक सब एक ही है और प्रत्याशी चयन में संगठन में कामकाज और सक्रियता को देखा जाएगा. कोठारी ने संकेत दे दिए हैं कि विधायक ने जो नाम सुझा दिए, वही प्रत्याशी बने यह जरूरी नहीं है, क्योंकि इसमें संगठन में उम्मीदवार के कामकाज और सक्रियता को भी देखा और परखा जाएगा.
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हालांकि प्रत्याशी उस वार्ड का निवासी हो, यह भी मापदंड में रखा गया है. लेकिन अपवाद की स्थिति में जिताऊ प्रत्याशी के लिए इस मापदंड को साइड लाइन भी किया जा सकता है. सामान्य सीट पर आरक्षित वर्ग के कैंडिडेट को चुनाव लड़ने से जुड़े सवाल पर कोठारी ने कहा कि मोटे तौर पर इस संबंध में निर्णय अभी लिया जाना है.
कोठारी ने ली बैठक, तैयार की ये रणनीति
जयपुर शहर अध्यक्ष सुनील कोठारी ने रविवार को भाजपा मुख्यालय में जयपुर शहर ग्रेटर नगर निगम क्षेत्र में आने वाले भाजपा विधायक और प्रमुख नेताओं की बैठक ली. इस दौरान विधायक कालीचरण सराफ, अशोक लाहोटी, नरपत सिंह राजवी, महिला नेत्री सुमन शर्मा, पूर्व मंत्री राजपाल सिंह शेखावत, वीरू सिंह राठौड़ वरिष्ठ नेता, अजय पाल सिंह, चुनाव प्रबंधन समिति के तहत बनाए गए चुनाव प्रभारी बीपी सारस्वत समिति में शामिल पूर्व उपमहापौर मनीष पारीक और पुनीत करनावट के साथ ही पूर्व शहर अध्यक्ष शैलेंद्र भार्गव और पूर्व महापौर विमल कुमावत भी मौजूद रहे.
बैठक में मंडल स्तर पर संबंधित वार्डों के उम्मीदवारो के लिए रायशुमारी किए जाने और इन चुनाव के प्रचार के लिए वार्ड स्तर पर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दिए जाने के निर्णय भी लिए गए. कोठारी ने दावा किया है, कि जिस तरह जयपुर नगर निगम में 2 नगर निगम बनाए गए हैं उसमें कार्यकर्ताओं के परिश्रम पर भाजपा अपना बोर्ड को महापौर बनाएगी.