जयपुर. प्रदेश की गहलोत सरकार ने गुरुवार से प्रदेश में गरीबों के लिए इंदिरा रसोई योजना शुरू की है. इसी तरह की योजना पिछली वसुंधरा राजे सरकार के समय अन्नपूर्णा रसोई योजना के नाम से चलती थी. यही कारण है कि भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी प्रदेश सरकार पर देवी-देवताओं का अपमान करने का आरोप लगा रहे हैं. वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण चतुर्वेदी सरकार से मौजूदा योजना में सुधार की मांग कर रहे हैं.
भाजपा विधायक वासुदेव देवनानी ने कहा कि अन्नपूर्णा योजना का नाम बदलकर इंदिरा गांधी योजना करना भारत के देवी-देवताओं का अपमान है. उन्होंने कहा कि योजना पिछली भाजपा सरकार के कार्यकाल में भी चल रही थी, लेकिन मौजूदा सरकार ने इसे बदल दिया. अब सोनिया गांधी की पार्टी में राजीव गांधी की जयंती पर योजना का नाम बदलकर राजस्थान में इंदिरा रसोई योजना करवा दिया, क्योंकि कांग्रेस में नेहरू गांधी परिवार को खुश करने की रीति है.
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अरुण चतुर्वेदी ने भी किया कटाक्ष...
वहीं, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी ने भी पिछली वसुंधरा राजे सरकार की अन्नपूर्णा रसोई का नाम बदलकर इंदिरा रसोई किए जाने के मामले में प्रदेश सरकार पर कटाक्ष किया है. चतुर्वेदी ने कहा कि पिछली वसुंधरा राजे सरकार के कार्यकाल में योजना के तहत भोजन के साथ ही नाश्ते की भी व्यवस्था थी, लेकिन इस सरकार ने वह नाश्ते की व्यवस्था नहीं की.
साथ ही चतुर्वेदी ने यह भी कहा कि योजना के लिए किसी भी प्रकार के आधारभूत ढांचे की भी व्यवस्था प्रदेश सरकार ने नहीं की. उन्होंने कहा कि गरीबों के सामाजिक और पारिवारिक कार्यक्रमों के लिए सामुदायिक भवनों और सर्दी से बचाव के लिए रैन बसेरों का इस्तेमाल इस इंदिरा रसोई योजना में किया जाएगा. जबकि सरकार को इसके लिए ऑनलाइन मोबाइल विंग का व्यवस्था करना चाहिए.