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Agricultural Law Repeal: भारतीय किसान संघ ने कहा- कृषि कानून वापस लेने से किसानों को ही नुकसान होगा

भारतीय किसान संघ (Indian Farmers Association) ने पीएम मोदी ( PM Modi) के 3 कृषि कानून वापस लेने की घोषणा पर सधी हुई प्रतिक्रिया दी है. भारतीय किसान संघ से जुड़े पदाधिकारियों का कहना है कि पीएम मोदी का निर्णय किसानों को नुकसान पहुंचाने वाला साबित होगा.

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भारतीय किसान संघ ने किया कृषि कानून वापस लेने का विरोध
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Published : Nov 19, 2021, 4:49 PM IST

Updated : Nov 19, 2021, 7:59 PM IST

जयपुर. केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एलान को भारतीय किसान संघ (Indian Farmers Association) ने किसानों का दीर्घकालीन नुकसान करने वाला निर्णय करार दिया है. संघ के महासचिव बद्री नारायण चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा कि 3 कृषि कानून वापस लेने से किसानों का नुकसान होगा. हालांकि संघ ने प्रधानमंत्री के न्यूनतम समर्थन मूल्य को प्रभावी बनाने के लिए कमेटी की घोषणा के निर्णय का स्वागत किया है. कमेटी में गैर राजनीतिक सदस्यों को शामिल करने की मांग भी की है.

बद्री नारायण चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की केंद्रीय कृषि कानून वापस (Agricultural Law Repeal) लेने की घोषणा विवाद को टालने के लिए भले ही ठीक हो या फिर तथाकथित किसानों की हठधर्मिता के कारण यह निर्णय लिया हो लेकिन यह निर्णय किसानों को नुकसान पहुंचाने वालासाबित होगा.

पढ़ें-भारतीय किसान संघ ने भारत बंद में शामिल नहीं होने का किया एलान...कह दी ये बड़ी बात, जानें

चौधरी के अनुसार किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान बाजार में उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिलने के कारण होता है. ऐसे में सरकार को लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य देने से जुड़ा कानून बनाना चाहिए. साथ ही एमएसपी (MSP) को प्रभावी बनाने के लिए जो कमेटी बनाई है उसमें भी गैर राजनीतिक संगठनों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल करना चाहिए.

बद्री नारायण चौधरी

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह हो तीनों केंद्रीय कृषि कानून जिन पर लंबे समय से सियासत हो रही थी उन्हें वापस लेने का ऐलान कर दिया. साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए भी एक कमेटी के गठन की बात कही है. जिस पर भारतीय किसान संघ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

जयपुर. केंद्रीय कृषि कानूनों को वापस लेने के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एलान को भारतीय किसान संघ (Indian Farmers Association) ने किसानों का दीर्घकालीन नुकसान करने वाला निर्णय करार दिया है. संघ के महासचिव बद्री नारायण चौधरी ने एक बयान जारी कर कहा कि 3 कृषि कानून वापस लेने से किसानों का नुकसान होगा. हालांकि संघ ने प्रधानमंत्री के न्यूनतम समर्थन मूल्य को प्रभावी बनाने के लिए कमेटी की घोषणा के निर्णय का स्वागत किया है. कमेटी में गैर राजनीतिक सदस्यों को शामिल करने की मांग भी की है.

बद्री नारायण चौधरी ने कहा कि प्रधानमंत्री की केंद्रीय कृषि कानून वापस (Agricultural Law Repeal) लेने की घोषणा विवाद को टालने के लिए भले ही ठीक हो या फिर तथाकथित किसानों की हठधर्मिता के कारण यह निर्णय लिया हो लेकिन यह निर्णय किसानों को नुकसान पहुंचाने वालासाबित होगा.

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चौधरी के अनुसार किसानों को सबसे ज्यादा नुकसान बाजार में उनकी उपज का सही मूल्य नहीं मिलने के कारण होता है. ऐसे में सरकार को लागत के आधार पर लाभकारी मूल्य देने से जुड़ा कानून बनाना चाहिए. साथ ही एमएसपी (MSP) को प्रभावी बनाने के लिए जो कमेटी बनाई है उसमें भी गैर राजनीतिक संगठनों और किसान संगठनों के प्रतिनिधियों को शामिल करना चाहिए.

बद्री नारायण चौधरी

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार सुबह हो तीनों केंद्रीय कृषि कानून जिन पर लंबे समय से सियासत हो रही थी उन्हें वापस लेने का ऐलान कर दिया. साथ ही न्यूनतम समर्थन मूल्य को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए भी एक कमेटी के गठन की बात कही है. जिस पर भारतीय किसान संघ ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.

Last Updated : Nov 19, 2021, 7:59 PM IST
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