ETV Bharat / city

173 भामाशाह और 52 प्रेरक सम्मानित, सीएम ने कहा- शिक्षा के क्षेत्र में नो प्रॉफिट नो लॉस पर हो काम

प्रदेश के सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए 152 करोड़ रुपए दान करने वाले 173 भामाशाहों को मुख्यमंत्री गहलोत ने सम्मानित किया. सम्मान कार्यक्रम में सीएम ने कहा कि कांग्रेस सरकार की गुडविल होने से दान की राशि बढ़ी है. सीएम ने इस दौरान पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ नारे में पेड़ लगाओ के संदेश को भी जोड़ा.

author img

By

Published : Jun 28, 2019, 7:58 PM IST

जयपुर में राज्य स्तरीय समारोह में 173 भामाशाहों और 52 प्रेरक सम्मानित

जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को आयोजित शिक्षा विभाग का सरकारी कार्यक्रम एक बार फिर राजनीतिक बयानों का अखाड़ा बना. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा बीजेपी को शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं करने की नसीहत देते नजर आए. बिड़ला सभागार में आयोजित 25वें राज्यस्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में सीएम अशोक गहलोत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. कार्यक्रम में 173 भामाशाह और 52 प्रेरकों को सम्मानित किया गया.

जयपुर में राज्य स्तरीय समारोह में 173 भामाशाहों और 52 प्रेरक सम्मानित

कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कई कुरीतियां हैं. सरकारी स्कूलों को भामाशाह के सहयोग की जरूरत है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने निजी स्कूल और अस्पताल लाभ नहीं कमाने के उद्देश्य से खोलने की अपील की. उन्होंने कहा कि लोग शिक्षा के क्षेत्र में नो प्रॉफिट नो लॉस पर काम होना चाहिए. गहलोत ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के काम की तारीफ करते हुए कहा कि इतिहास से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए और ना ही शिक्षा का राजनीतिकरण किया जाना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार की गुडविल होने के कारण इस बार 152 करोड़ का दान आया है. सम्मान कार्यक्र में गहलोत ने अपने पुराने नारे पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ में पेड़ लगाओ के संदेश को भी जोड़ा. इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीते सालों में बीजेपी सरकार ने राजनीतिक हित साधने के लिए आरएसएस के मार्गदर्शन पर एनसीआरटी का पाठ्यक्रम बदल दिया. जिसे कांग्रेस सरकार ने आते ही सुधार दिया है. समारोह में सम्मानित हुए भामाशाह ने बताया की राजस्थान का हर छात्र पढ़े और प्रदेश का नाम रोशन करें, इसी प्रेरणा से उन्होंने करोड़ों रुपए शिक्षा के क्षेत्र में दान किए हैं.

जयपुर. राजधानी में शुक्रवार को आयोजित शिक्षा विभाग का सरकारी कार्यक्रम एक बार फिर राजनीतिक बयानों का अखाड़ा बना. कार्यक्रम में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा बीजेपी को शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं करने की नसीहत देते नजर आए. बिड़ला सभागार में आयोजित 25वें राज्यस्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह में सीएम अशोक गहलोत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे. कार्यक्रम में 173 भामाशाह और 52 प्रेरकों को सम्मानित किया गया.

जयपुर में राज्य स्तरीय समारोह में 173 भामाशाहों और 52 प्रेरक सम्मानित

कार्यक्रम में सीएम गहलोत ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कई कुरीतियां हैं. सरकारी स्कूलों को भामाशाह के सहयोग की जरूरत है. इस दौरान मुख्यमंत्री ने निजी स्कूल और अस्पताल लाभ नहीं कमाने के उद्देश्य से खोलने की अपील की. उन्होंने कहा कि लोग शिक्षा के क्षेत्र में नो प्रॉफिट नो लॉस पर काम होना चाहिए. गहलोत ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के काम की तारीफ करते हुए कहा कि इतिहास से छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए और ना ही शिक्षा का राजनीतिकरण किया जाना चाहिए.

मुख्यमंत्री ने कहा कि कांग्रेस सरकार की गुडविल होने के कारण इस बार 152 करोड़ का दान आया है. सम्मान कार्यक्र में गहलोत ने अपने पुराने नारे पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ में पेड़ लगाओ के संदेश को भी जोड़ा. इस दौरान शिक्षा मंत्री ने कहा कि बीते सालों में बीजेपी सरकार ने राजनीतिक हित साधने के लिए आरएसएस के मार्गदर्शन पर एनसीआरटी का पाठ्यक्रम बदल दिया. जिसे कांग्रेस सरकार ने आते ही सुधार दिया है. समारोह में सम्मानित हुए भामाशाह ने बताया की राजस्थान का हर छात्र पढ़े और प्रदेश का नाम रोशन करें, इसी प्रेरणा से उन्होंने करोड़ों रुपए शिक्षा के क्षेत्र में दान किए हैं.

Intro:जयपुर - प्रदेश के सरकारी स्कूलों की दशा सुधारने के लिए 173 भामाशाहों ने 152 करोड़ रुपए दान किया। इसे लेकर प्रदेश के मुखिया अशोक गहलोत ने इन भामाशाहों को सम्मानित किया। साथ ही कार्यक्रम के मंच से शिक्षा में राजनीति और इतिहास से छेड़छाड़ नहीं किए जाने की बात कही। इस दौरान उन्होंने कांग्रेस सरकार की गुडविल होने के चलते दान की राशि बढ़ने, साथ ही पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ नारे में पेड़ लगाओ के संदेश को भी जोड़ा।


Body:शिक्षा विभाग का सरकारी कार्यक्रम एक बार फिर राजनीतिक बयानों का अखाड़ा बना। यहां सीएम अशोक गहलोत से लेकर शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा पूर्वर्ती बीजेपी सरकार को शिक्षा का राजनीतिकरण नहीं करने की नसीहत देते हुए नजर आए। मौका था 25वें राज्यस्तरीय भामाशाह सम्मान समारोह का। जयपुर के बिड़ला सभागार में आयोजित इस कार्यक्रम में सीएम अशोक गहलोत मुख्य अतिथि के रूप में मौजूद रहे। इस दौरान उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में कई कुरीतियां हैं। एक तरफ सरकारी स्कूल हैं, जिनको भामाशाह के सहयोग की जरूरत है। वहीं निजी स्कूल और अस्पताल लाभ न कमाने के उद्देश्य से खोलने की अपील की। उन्होंने कहा कि लोग शिक्षा को धर्म के रूप में अपनाएं, इसमें नो प्रॉफिट नो लॉस पर काम होना चाहिए। गहलोत ने शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा के अच्छे काम की तारीफ करते हुए कहा कि इतिहास के साथ छेड़छाड़ नहीं होनी चाहिए, और ना ही शिक्षा का राजनीतिकरण किया जाना चाहिए।
बाईट - अशोक गहलोत, सीएम, राजस्थान

कार्यक्रम में 173 भामाशाह और 52 प्रेरकों को सम्मानित किया गया। इस बार आए 152 करोड़ के दान को लेकर सीएम ने कांग्रेस सरकार की गुडविल होने की बात कही। साथी अपने पुराने नारे पानी बचाओ, बिजली बचाओ, सबको पढ़ाओ में पेड़ लगाओ के संदेश को भी जोड़ा। वहीं शिक्षा मंत्री गोविंद सिंह डोटासरा ने कहा कि बीते सालों में बीजेपी सरकार ने एनसीआरटी का कोर्स बदलकर राजनीतिक हित साधने के लिए आरएसएस के मार्गदर्शन पर पाठ्यक्रम बदल दिया। जिसे कांग्रेस सरकार ने आते ही सुधार दिया है।
बाईट - अशोक गहलोत, सीएम, राजस्थान
बाईट - गोविंद सिंह डोटासरा, शिक्षा मंत्री

समारोह में सम्मानित हुए भामाशाह ने बताया की राजस्थान का हर छात्र आगे पढ़े, और प्रदेश का नाम रोशन करें इस प्रेरणा से उन्होंने लाखों करोड़ों रुपए शिक्षा के क्षेत्र में दान किए हैं।
बाईट - आरबी शर्मा, भामाशाह
बाईट - हरिप्रसाद बुधिया, भामाशाह


Conclusion:बहरहाल, ये पहला मौका नहीं जब राज्य स्तरीय किसी कार्यक्रम में राजनीतिक बयानबाजी हुई हो। लेकिन ये बात जरूर तय है कि इन बयानों से परे भामाशाहों की ओर से किया गया दान सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए मददगार जरूर साबित होगा।
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.