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टाइगर रिजर्व पार्क की तर्ज पर राजस्थान में बनेगा बीयर रिजर्व पार्क - Jaipur Beer Park

प्रदेश में इको ट्यूरिजम को बढ़ावा देने के लिए अब टाईगर रिजर्व पार्क की तर्ज पर बीयर रिजर्व पार्क बनाने की तैयारी की जा रही है. वन विभाग की ओर से जालोर के सुण्डा माता मंदिर वन क्षेत्र में ऐसे वन्यजीव अभ्यारण बनाया जाएगा. जिससे वन्यजीवों का संरक्षण के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा. सरकार भालूओं के लिए फोरेस्ट रिजर्व कंजर्वेशन प्लान बनाने पर काम कर रही है.

जयपुर की खबर , Jaipur Beer Park
राजस्थान में बनेगा बीयर रिजर्व पार्क
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Published : Dec 17, 2019, 3:56 AM IST

Updated : Dec 17, 2019, 5:30 AM IST

जयपुर. राजस्थान टाईगर रिजर्व पार्क की श्रेणी में अग्रणी राज्यों में शामिल होता जा रहा हैं. सरिस्का, मुकुंदरा, रणथम्भौर नेशनल पार्क के बाद अब चौथा टाइगर रिजर्व कुंभलगढ़ में बनाने की तैयारी चल रही है. इसी बीच राजस्थान वन विभाग के वन मंत्री सुखराम विश्नोई अब प्रदेश के ईको ट्यूरिजम को बढ़ावा देने के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट ला रहे है. यह प्रोजेक्ट राजस्थान का पहला ऐसा नेशनल पार्क होगा जो भालूओं के लिए संरक्षित होगा. जालोर के सुण्डा माता मंदिर के जंगल भालूओं के लिहाज से बेस्ट डेस्टिनेशन माने जाते हैं.

राजस्थान में बनेगा बीयर रिजर्व पार्क

जालोर सुण्डा माता मंदिर फोरेस्ट क्षेत्र की भोगोलिक स्थिति की भालूओं के लिए काफी अनुकूल मानी जाती है. जालोर के जंगलों में शहद से लेकर गूल्लर के पेड़ों की भरमार हैं. वन विभाग का मामना हैं की जालोर के जंगलों को सुरक्षित और वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए ये प्लान काफी मददगार साबित हो सकता हैं.जालोर के सुण्डामाता मंदिर रेंज के लिए वन विभाग कजर्वेशव प्लान बनाने पर काम कर रहा हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में बालों की काफी अच्छी तादाद है. ऐसे में भालुओं को प्राकृतिक माहौल मिल सकेगा. जंगल में इंसानी गतिविधियों और अतिक्रमणों पर अंकूश लग सके इस लिहाज ये प्रोजेक्ट अपने आप में काफी महत्वपूर्ण होगा. इसके साथ ही पर्यटन के लिहाज से यह प्रोजेक्ट पर्यटन को भी बढ़ावा देगा.

पढ़ें- जयपुर में 9 से 16 दिसंबर तक मनाया गया ऊर्जा संरक्षण सप्ताह

हालांकि इस प्रोजेक्ट के लिए केन्द्रिय वाइल्डलाइफ बोर्ड में मंजूरी लेनी होगी. राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई अनुमति के लिए प्रयासरत है.राजस्थान के जालोर के जंगलों में भालुओ की अच्छी सख्या देखने को मिलती है. ऐसे में प्रदेश को टूरिज्म में अव्वल बनाने के लिए इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. प्रोजेक्ट के पीछ सरकार की मंशा वन्यजीवों को संरक्षित करने के साथ-साथ पर्यटन को बढाना देना हैं. जालोर में भालूओं के लिए अभ्यारण बनने के बाद यहा पर्यटन की नई सम्भावनाएं भी बढे़गी.

जयपुर. राजस्थान टाईगर रिजर्व पार्क की श्रेणी में अग्रणी राज्यों में शामिल होता जा रहा हैं. सरिस्का, मुकुंदरा, रणथम्भौर नेशनल पार्क के बाद अब चौथा टाइगर रिजर्व कुंभलगढ़ में बनाने की तैयारी चल रही है. इसी बीच राजस्थान वन विभाग के वन मंत्री सुखराम विश्नोई अब प्रदेश के ईको ट्यूरिजम को बढ़ावा देने के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट ला रहे है. यह प्रोजेक्ट राजस्थान का पहला ऐसा नेशनल पार्क होगा जो भालूओं के लिए संरक्षित होगा. जालोर के सुण्डा माता मंदिर के जंगल भालूओं के लिहाज से बेस्ट डेस्टिनेशन माने जाते हैं.

राजस्थान में बनेगा बीयर रिजर्व पार्क

जालोर सुण्डा माता मंदिर फोरेस्ट क्षेत्र की भोगोलिक स्थिति की भालूओं के लिए काफी अनुकूल मानी जाती है. जालोर के जंगलों में शहद से लेकर गूल्लर के पेड़ों की भरमार हैं. वन विभाग का मामना हैं की जालोर के जंगलों को सुरक्षित और वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए ये प्लान काफी मददगार साबित हो सकता हैं.जालोर के सुण्डामाता मंदिर रेंज के लिए वन विभाग कजर्वेशव प्लान बनाने पर काम कर रहा हैं, क्योंकि इस क्षेत्र में बालों की काफी अच्छी तादाद है. ऐसे में भालुओं को प्राकृतिक माहौल मिल सकेगा. जंगल में इंसानी गतिविधियों और अतिक्रमणों पर अंकूश लग सके इस लिहाज ये प्रोजेक्ट अपने आप में काफी महत्वपूर्ण होगा. इसके साथ ही पर्यटन के लिहाज से यह प्रोजेक्ट पर्यटन को भी बढ़ावा देगा.

पढ़ें- जयपुर में 9 से 16 दिसंबर तक मनाया गया ऊर्जा संरक्षण सप्ताह

हालांकि इस प्रोजेक्ट के लिए केन्द्रिय वाइल्डलाइफ बोर्ड में मंजूरी लेनी होगी. राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई अनुमति के लिए प्रयासरत है.राजस्थान के जालोर के जंगलों में भालुओ की अच्छी सख्या देखने को मिलती है. ऐसे में प्रदेश को टूरिज्म में अव्वल बनाने के लिए इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है. प्रोजेक्ट के पीछ सरकार की मंशा वन्यजीवों को संरक्षित करने के साथ-साथ पर्यटन को बढाना देना हैं. जालोर में भालूओं के लिए अभ्यारण बनने के बाद यहा पर्यटन की नई सम्भावनाएं भी बढे़गी.

Intro:जयपुर
एंकर- प्रदेश में इको ट्यूरिजम को बढावा देने के लिए अब टाईगर रिजर्व पार्क की तर्ज पर बीयर रिजर्व पार्क बनाने की तैयारी की जा रही है। वन विबुग की ओर से जालौर के सुण्डा माता मंदिर वन क्षेत्र में ऐसे वन्यजीव अभ्यारण बनाया जाएगा जिससे वन्यजीवों का संरक्षण के साथ पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। सरकार भालूओं के लिए फोरेस्ट रिजर्व कंजर्वेशन प्लान बनाने पर काम कर रही है।
Body:राजस्थान टाईगर रिजर्व पार्क की श्रेणी में अग्रणी राज्यों में शामिल होता जा रहा हैं। सरिस्का, मुकुंदरा, रणथम्भौर नेशनल पार्क के बाद अब चौथा टाइगर रिजर्व कुंभलगढ़ में बनाने की तैयारी चल रही है। इसी बीच राजस्थान वन विभाग के वन मंत्री सुखराम विश्नोई अब प्रदेश के ईको ट्यूरिजम को बढ़ावा देने के लिए ड्रीम प्रोजेक्ट ला रहे है। ये प्रोजेक्ट राजस्थान का पहला ऐसा नेशनल पार्क होगा जो भालूओं के लिए संरक्षित होगा। जालौर के सुण्डा माता मंदिर के जंगल भालूओ के लिहाज से बेस्ट डेस्टिनेशन माने जाते हैं। जालौर सुण्डा माता मंदिर फोरेस्ट क्षेत्र की भोगोलिक स्थिति की भालूओ के लिए काफी अनुकूल मानी जाती है। जालौर के जंगलों में शहद से लेकर गूल्लर के पेडो की भरमार हैं। वन विभाग का मामना हैं की जालौर के जंगलो को सुरक्षित और वन्यजीवों को संरक्षित करने के लिए ये प्लान काफी मददगार साबित हो सकता हैं।
जालौर के सुण्डामाता मंदिर रैंज के लिए वन विभाग कजर्वेशव प्लान बनाने पर काम कर रहा हैं। क्योंकि इस क्षेत्र में बालों की काफी अच्छी तादाद है। ऐसे में भालुओ को प्राकृतिक माहौल मिल सकेगा। जंगल में इंसानी गतिविधियो और अतिक्रमणो पर अंकूश लग सके इस लिहाज ये प्रोजेक्ट अपने आप में काफी महत्वपूर्ण होगा। इसके साथ ही पर्यटन के लिहाज से यह प्रोजेक्ट पर्यटन को भी बढावा देगा। हालांकि इस प्रोजेक्ट के लिए केन्द्रिय वाइल्डलाइफ बोर्ड में मंजूरी लेनी होगी। राजस्थान के वन मंत्री सुखराम विश्नोई अनुमति के लिए प्रयासरत है।



Conclusion:राजस्थान के जालौर के जंगलों में भालुओ की अच्छी सख्या देखने को मिलती है। ऐसे में प्रदेश को टूरिज्म में अव्वल बनाने के लिए इस प्रोजेक्ट पर काम किया जा रहा है। प्रोजेक्ट के पीछ सरकार की मंशा वन्यजीवों को संरक्षित करने के साथ-साथ पर्यटन को बढाना देना हैं। जालौर में भालूओं के लिए अभ्यारण बनने के बाद यहा पर्यटन की नई सम्भावनाएं भी बढेगी।

बाईट- सुखराम विश्नोई, वन एंव पर्यावरण मंत्री
Last Updated : Dec 17, 2019, 5:30 AM IST
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